बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर जनसंख्या नियंत्रण के मुद्दे पर लोगों को भ्रमित करने और वास्तविक प्राथमिकता से भटकाने का आरोप लगाया। मायावती का इशारा परोक्ष तौर पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सोमवार के बयान की ओर था जिसमें उन्होंने कहा था कि देश में जनसंख्या असंतुलन अराजकता का कारण बन सकती है।
बसपा प्रमुख मायावती ने ट्वीट किया, ऐसे समय में जब आसमान छूती महंगाई, अति गरीबी व बढ़ती बेरोजगारी आदि के अभिशाप से परिवारों का जीवन दुखी, त्रस्त व तनावपूर्ण है तथा वे स्वंय ही अपनी सभी जरूरतों को सीमित कर रहे हैं, तब जनसंख्या नियंत्रण जैसे दीर्घकालीन विषय पर लोगों को उलझाना भाजपा की कौन सी समझदारी है? उन्होंने कहा, जनसंख्या नियंत्रण दीर्घकालीन नीतिगत मुद्दा जिसके प्रति कानून से कहीं ज्यादा जागरुकता की जरूरत किन्तु भाजपा सरकारें देश की वास्तविक प्राथमिकता पर समुचित ध्यान देने के बजाय भटकाऊ व विवादित मुद्दे ही चुन रही हैं तो ऐसे में जनहित च देशहित का सही से कैसे भला संभव? जनता दुखी व बेचैन।
आदित्यनाथ ने विश्व जनसंख्या दिवस पर परोक्ष तौर पर मुसलमानों की ओर इशारा करते हुए कहा था कि जनसंख्या नियंत्रण कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी न पैदा हो पाए। भाजपा के कई नेताओं ने देश की बढ़ती आबादी के खिलाफ बात की है, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट में सोमवार को कहा गया था भारत के अगले साल दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश के रूप में चीन से आगे निकल जाने का अनुमान है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या प्रखंड के आर्थिक और सामाजिक मामलों के विभाग द्वारा ‘विश्व जनसंख्या संभावना 2022’ में कहा गया कि वैश्विक जनसंख्या 15 नवंबर, 2022 को आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है।