UP Chunav: उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के चौथे चरण के तहत बुधवार को नौ जिलों की 59 सीटों पर करीब 61 प्रतिशत वोट पड़े। निर्वाचन आयोग के मतदान ऐप में रात 11.30 बजे तक उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार, मतदान प्रतिशत 61.52 रहा। शाम पांच बजे आधिकारिक घोषणा के बाद ऐप पर मतदान का प्रतिशत अपडेट हुआ है। राज्य निर्वाचन आयोग मतदान के अगले दिन अंतिम प्रतिशत जारी करता है।
इस चरण का चुनाव पूर्ण होने के बाद, प्रदेश की 45 जिलों की 231 विधानसभा सीटों पर अबतक चुनाव हो चुका है। उप्र में सात चरणों में चुनाव हो रहा है और अबतक चार चरण का चुनाव हो चुका है। शेष तीन चरणों के लिए 27 फरवरी, तीन और सात मार्च को मतदान होना है तथा मतगणना 10 मार्च को होगी। चौथे चरण के चुनाव के तहत पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, हरदोई, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, बांदा और फतेहपुर जिलों की 59 सीटों से 624 उम्मीदवार मैदान में हैं । मतदान सुबह सात बजे शुरू हुआ और शाम छह बजे तक चला।
निर्वाचन आयोग के ऐप से प्राप्त जानकरी के मुताबिक, पीलीभीत में 67.59 फीसदी, लखीमपुर खीरी में 66.32 प्रतिशत, सीतापुर में 62.66 फीसदी, हरदोई में 58.99 प्रतिशत, उन्नाव में 57.73 फीसदी, लखनऊ में 60.05 प्रतिशत, रायबरेली में 61.90 फीसदी, बांदा में 60.36 प्रतिशत और फतेहपुर 60.07 फीसदी मतदान हुआ। 2017 के विधानसभा चुनाव में, इन सीटों पर 62.55 प्रतिशत मतदान हुआ था, जबकि 2019 के लोकसभा चुनावों में 60.03 फीसदी वोट पड़े थे।
निर्वाचन आयोग ने मैनपुरी जिले की करहल विधानसभा क्षेत्र के मतदान केंद्र संख्या 266 पर पुनर्मतदान का आदेश दिया था, जहां शाम पांच बजे तक लगभग 73.67 प्रतिशत वोट पड़े। इस सीट से समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव व केंद्रीय मंत्री और भाजपा प्रत्याशी एसपी सिंह बघेल आमने-सामने हैं। इस सीट पर तीसरे चरण के तहत 20 फरवरी को मतदान हुआ था।
समाजवादी पार्टी ने लखनऊ, उन्नाव, हरदोई और सीतापुर के कुछ क्षेत्रों में अनियमितताओं का आरोप लगाया है और आयोग से कार्रवाई की मांग की है। आयोग के अधिकारियों ने दावा किया कि मतदान काफी हद तक शांतिपूर्ण रहा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती, उनकी पार्टी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा, उपमुख्यमंत्री दिनेश शर्मा, राज्य में मंत्री बृजेश पाठक और कई वरिष्ठ अधिकारी शुरुआत में वोट डालने वाले मतदाताओं में शामिल रहे।
इस चरण में कुल 624 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक (कैंट), मंत्री आशुतोष टंडन (लखनऊ पूर्वी), पूर्व मंत्री व सपा प्रत्याशी अभिषेक मिश्रा (सरोजिनी नगर), उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व उपाध्यक्ष नितिन अग्रवाल (हरदोई) प्रमुख हैं। इसके अलावा नेहरू-गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली में भी चौथे चरण के तहत आज मतदान हुआ जहां कांग्रेस छोड़कर भाजपा में शामिल हुईं अदिति सिंह एक बार फिर मैदान में हैं। लखीमपुर खीरी में, जहां पिछले साल अक्टूबर में हिंसा के दौरान चार किसानों सहित आठ लोग मारे गए थे, वहां केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अजय मिश्रा ने अपना वोट डाला। उनका बेटा आशीष मिश्रा हिंसा के मामले में आरोपी है और उसे इस बाबत गिरफ्तार किया गया था। आशीष को इस महीने की शुरुआत में इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने जमानत दे दी थी, जिसके बाद मृत किसानों के परिवारों ने इस मामले को लेकर उच्चतम न्यायालय का दरवाजा खटखटाया है।
मतदान के पहले या बाद में अजय मिश्रा ने मीडिया से बात नहीं की। इस चरण में जिन 59 सीटों पर मतदान हुआ है, उनमें से 2017 के विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 51, समाजवादी पार्टी ने चार, बहुजन समाज पार्टी ने तीन सीटें जीती थीं, जबकि एक सीट भाजपा के सहयोगी अपना दल (सोनेलाल) के खाते में गई थी। कोविड-19 के मद्देनजर मतदान स्थलों पर थर्मल स्कैनर, सेनेटाइजर, मास्क, फेस शील्ड, पीपीई किट, साबुन और पानी वगैरह की व्यवस्था की गई थी।