योगी आदित्यनाथ ने रविवार को हापुड़ के पिलखुआ में प्रभावी मतदाता संवाद कार्यक्रम में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने रालोद-सपा पर निशाना साधा. उन्होंने अखिलेश और जयंत चौधरी का नाम लिए बीना ही उन्हें आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा दो लड़ाकों की जोड़ी यहां दंगा कराने की साजिश की मंशा के साथ आ रही है. योगी ने अखिलेश और जयंत पर हमला करते हुए आगे कहा कि पांच साल से बिल में छूपे दंगाई अब बाहर आ कर गर्मी दिखा रहे हैं.
इससे पहले उन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में धौलाना के योगदान को याद किया और कहा कि प्रथम स्वतंत्रता समर में धौलाना में क्रांतिकारियों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है. उन्होंने सपा की सोच को परिवारवादी और कार्य को दंगावादी बताया. योगी ने प्रदेश में हुए सभी दंगों का जिक्र किया. उन्होंने कहा मुज्जफरनगर दंगा, सहारनपुर दंगा, बरेली दंगा और मोरादाबाद दंगा इनकी नाक के नीचे ही हुए लेकिन दंगाईयों पर कोई कार्यवाही नहीं होती थी. उन्होंने कहा यूपी में 2017 से पहले कोई सुरक्षित नहीं था. बेटियां स्कूल नहीं जा पाती थी. प्रदेश में अराजकता का माहौल था. उस वक़्त यहाँ सभी योजनायें ठप पड़ी हुई थी. उन्होंने तंज सकते हुए कहा कि विकास का पैसा इत्र वाले दीवारों में छुपाया करते थे.
सीएम ने मुजफ्फरपुर दंगे में जान गवानों वाले गौरव और सचिन का भी जिक्र किया. उन्होंने सपा पर आरोप लगाते हुए कहा कि सपा के संरक्षण वाले गुंडों ने गौरव और सचिन की हत्या की थी. योगी ने यूपी हुए विकास कार्यों को भी गिनाया. उन्होंने कहा 26 करोड़ वैक्सीन डोज़ वाला उत्तरप्रदेश पहले नंबर पर है. उन्होंने कहा यहाँ के युवाओं को अब नौकरियां मिल रही है. पहले यहां चाचा-भतीजा वसूली के लिए नौकरियां निकालते थे.