लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश विधानसभा के दूसरे चरण के मतदान में समाजवादी पार्टी (सपा) को मिल रहे भरपूर समर्थन से खिसिया कर सत्ताधारी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के इशारे पर सरकारी मशीनरी ने मतदान प्रभावित करने की भरपूर कोशिश की। पार्टी के राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेन्द्र चौधरी ने सोमवार को जारी बयान में कहा कि पहले चरण की तरह आज दूसरे चरण में भी भाजपा और उसके कार्यकर्ता बन गए प्रशासनिक अधिकारियों ने सत्तादल के खिलाफ बहती हवा से खीझकर मतदान में गड़बड़ी करने की भरपूर कोशिश की। धर्म-विशेष के मतदाताओं को खासतौर पर परेशान किया गया और कई मतदाताओं को वोट नहीं डालने दिया गया। तमाम लोगों के नाम मतदाता सूची से काटे गए। कई पोलिंग स्टेशनों से सपा के मतदान अभिकर्ताओं को बाहर कर दिया। कई जगह मतदान अधिकारियों का रवैया भी आपत्ति जनक रहा।
उन्होंने कहा कि मुरादाबाद जिले के विधानसभा क्षेत्र ठाकुरद्वारा के बिलारी के थानाध्यक्ष सुरेन्द्र सिंह को हटाया नहीं गया, वे भाजपा कार्यकर्ता बनकर काम कर रहे थे। बरेली में आूवला की ग्राम पंचायत धनौरा गौरी में दारोगा समाजवादी कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित कर रहे थे। सम्भल के विधानसभा क्षेत्र असमौली से सपा प्रत्याशी व विधायक पिंकी यादव के प्रति और उनके समर्थकों पर फर्जी मुकदमें लगा दिए गए। चंदौसी में कई ग्राम प्रधानों को रेड कार्ड के नाम पर पुलिस उठा ले गई है। बदायूं के दातागंज में बूथ पर बैठा ग्राम प्रधान फर्जी वोट डलवा रहा था।
सपा नेता ने आरोप लगाया कि शाहजहांपुर के ददरौल क्षेत्र में थाना कांठ और सोहरामऊ में प्रभारी निरीक्षक लोगों को धमकाने का काम किया। विभन्नि मतदान केन्द्रों से आज भी ईवीएम मशीनों में गड़बड़ी की शिकायतें मिली जिससे मतदान देर तक बाधित रहा। सहारनपुर के रामपुर मनिहारन बूथ और शाहजहांपुर के कटरा में एक बूथ पर में ईवीएम में साइकिल का बटन ही काम नहीं कर रहा था जबकि कुछ जगह साइकिल बटन दबाने पर कमल की पर्ची निकलने की भी शिकायतें मिली है।