मेरठ। समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को कहा कि विधान सभा चुनाव के बाद सपा रालोद गठबंधन की सरकार बनने पर लखीमपुर खीरी में आंदोलन करते हुए वाहन से कुचल कर मार दिये गये किसानों की स्मृति में, मेरठ में शहीद स्मारक बनाया जायेगा। साथ ही उन्होंने ऐलान किया कि सपा रालोद गठबंधन सरकार में किसी को भी कानून के साथ खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा।
अखिलेश ने यहां राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चुनाव के बाद सरकार बनने पर लखीमपुर के शहीद किसानों की याद में मेरठ में शहीद स्मारक बनाया जायेगा। उन्होंने किसानों को देश की प्रगति का मूल आधार बताते हुए कहा कि किसानों की अगुवाई में ही जंग ए आजादी की पहली चिंगारी इसी मेरठ की धरती से भड़की थी। उन्होंने कहा कि हाल ही में हुए किसान आंदोलन के कारण सरकार को झुकने पर मजबूर करने वाले किसानों की शहादत को अमर बनाने के लिये शहीद स्मारक बनाया जाएगा।
सपा सरकार में कानून व्यवस्था का संकट उत्पन्न होने की आशंकाओं के सवाल पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश ने दो टूक कहा कि सपा रालोद सरकार में कानून के साथ कोई खिलवाड़ नहीं कर सकेगा। उन्होंने कहा भाजपा सरकार में कानून का राज नहीं है। उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदत्यिनाथ का नाम लिए बगैर कहा कि वह पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिनके खिलाफ सर्वाधिक आपराधिक मुकदमे हैं। अखिलेश ने कहा, ह्लयह भी खुलासा किया जाना चाहिये कि तीन घंटे उन्होंने (योगी ने) किस के साथ जेल में नाश्ता किया था।
इस दौरान उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न मिलना चाहिए। यह देश के किसानों का सम्मान होगा। अखिलेश ने योगी सरकार की गरीबों को मुफ्त राशन देने की योजना पर सवाल उठाते हुए कहा कि भाजपा सरकार ने गरीबों को मुफ्त राशन देकर प्रदेश को गरीबी के रास्ते पर ले जाने का काम किया है। उन्होंने कहा कि मुफ्त राशन देने के बजाय ऐसे लोगों को रोजगार देने की व्यवस्था होनी चाहिए थी। उन्होंने कहा कि सपा और रालोद मिलकर प्रदेश को खुशहाली की तरफ ले जाने का काम करेंगे जिससे प्रदेश के नागरिकों को मुफ्त की आदत न पड़े और वे अपने रोजगार से अपने परिवार का पेट पाल सकें।