बहुजन समाज पार्टी (बसपा) नेता मायावती ने रविवार को आरोप लगाया कि कांग्रेस, भाजपा से मोर्चा लेने के बजाय राजस्थान में खरीद फरोख्त में शामिल होकर बसपा को क्षति पहुंचाने में संलिप्त है। उन्होंने पार्टी नेताओं को कहा कि वे उन लोगों को जाने दें, जो आर्थिक फायदे के लिए पार्टी के दर्शन से विश्वासघात करने को तैयार हैं। राजस्थान के नेताओं के साथ यहां की गई बैठक में उन्होंने भाजपा को भी हाल में उदयपुर में दर्जी की हत्या की घटना का कथित इस्तेमाल अपनी संकीर्ण राजनीति के लिए करने पर आड़े हाथ लिया।
बसपा द्वारा जारी बयान में मायावती को उद्धृत करते हुए कहा गया कि राजस्थान की कांग्रेस सरकार स्थिति का आकलन करने में असफल रही और लोगों को सुरक्षा की भावना नहीं दे सकी जबकि भाजपा उदयपुर की घटना के बाद अपने संकीर्ण राजनीतिक हित को साधने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को उन तत्वों का तृष्टिकरण बंद करना चाहिए जो अराजकता पैदा करते हैं।
मायवती ने दावा किया कि सेना में नयी ठेके वाली अस्थायी ‘अग्निपथ’ भर्ती योजना से राजस्थान के मेहनती युवाओं में भी निराशा का भाव है और सरकार को इसपर भी ध्यान देना चाहिए। गौरतलब है कि सरकार ने 14 जून को सशस्त्र बलों में भर्ती की नयी ‘अग्निपथ’ योजना की घोषणा की थी जिसके तहत साढ़े 17 से 21 साल के युवाओं की चार साल के लिए सेना में भर्ती की जाएगी और इनमें से 25 प्रतिशत तक उम्मीदवारों को नियमित सेवा में शामिल किया जाएगा। उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री ने भाजपा के पसमांदा (पिछड़े) मुसलमानों के प्रति ” उभरे नए प्रेम” को लेकर भी सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि समाज का हर वर्ग बेरोजगारी और आवश्यक वस्तुओं की कीमत में हो रही बेतहाशा वृद्धि से प्रभावित है।