उत्तर प्रदेश में अंतिम चरण के मतदान के एक दिन बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर राज्य की राजधानी लखनऊ के 1090 चौराहे से वीरांगना उदा देवी (सिकंदरबाग) चौराहे तक महिलाओं के एक पैदल जुलूस का नेतृत्व किया। पार्टी ने विधानसभा चुनाव में लड़की हूं, लड़ सकती हूं का नारा दिया और महिला उम्मीदवारों को 40 फीसदी टिकट दिए। इस नारे के नाम पर आज के जुलूस का नाम रखा गया। इस जुलूस में राज्य भर से महिलाओं समेत हजारों लोग शामिल हुए। इस दौरान लोगों ने गुलाबी रंग के झंडे पकड़ रखे थे, जिन पर लिखा था, ”लड़की हूं, लड़ सकती हूं।
राज्य भर से हजारों की संख्या में लोग गुलाबी रंग के गुब्बारे और झंडे लेकर इस पैदल जुलूस में शामिल हुए। इन गुब्बारों एवं झंडों पर पर लड़की हूं लड़ सकती हूं लिखा हुआ था। मंत्री आवास और डालीबाग से गुजरने के बाद, जुलूस ने लगभग तीन किलोमीटर की दूरी तय की तथा प्रियंका एवं अन्य कांग्रेस नेताओं द्वारा वीरांगना उदा देवी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। एक घंटे से अधिक के मार्च में लड़कियों ने काफी उत्साह दिखाया और सक्रिय रूप से भाग लिया और प्रियंका के साथ सेल्फी ली। जुलूस में पार्टी की 159 महिला उम्मीदवारों के अलावा महिला विधायकों, सांसदों और विभिन्न क्षेत्रों में अग्रणी महिलाओं को आमंत्रित किया गया था।
अखिल भारतीय महिला कांग्रेस अध्यक्ष नेट्टा डिसूजा ने कहा कि लड़की हूं, लड़ सकती हूं सिर्फ चुनाव प्रचार का नारा नहीं है बल्कि यह महिला सशक्तीकरण सुनिश्चित करने का एक प्रयास है। प्रियंका ने विधानसभा चुनाव प्रचार के दौरान और उससे पहले भी महिलाओं से संबंधित मुद्दों को उठाया था। उन्होंने उन्नाव और हाथरस में बलात्कार पीड़ितों के परिवारों से भी मुलाकात की थी। उन्नाव की सदर विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने उन्नाव बलात्कार पीडिता की मां को पार्टी का टिकट देकर चुनाव भी लड़ाया था। उन्होंने हाल ही में कहा था कि वह चुनाव के बाद राज्य के लोगों को नहीं छोड़ेंगी और आम आदमी से जुड़े मुद्दों को उठाती और लड़ती रहेंगी।