यूपी में प्रचंड गर्मी और लू से जनजीवन प्रभावित है। राज्य के अधिसंख्य इलाकों में अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के ईद गिर्द बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी से राहत मिलने की फिलहाल कोई उम्मीद नहीं है। गर्मी के तल्ख तेवरों के चलते सुबह 11 बजे से शाम पांच बजे के बीच सड़कों पर आमतौर पर सन्नाटा पसरा रहता है जिसके चलते व्यापारिक गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हुयी है। रात के तापमान में भी बढ़ोत्तरी होने से बिजली की खपत में रिकार्ड बढोत्तरी दर्ज की जा रही है। बिजली विभाग के अथक प्रयासों के बावजूद राजधानी लखनऊ समेत अन्य जिलों में स्थानीय गड़बड़ियों के कारण बिजली की लुकाछिपी का खेल जारी है।
गर्मी के मद्देनजर अधिकतर स्कूल कालेजों में ग्रीष्मावकाश घोषित कर दिया गया है हालांकि इंजीनियरिंग, मेडिकल समेत उच्च शिक्षा के अन्य संस्थान खुले हुए हैं। भीषण गर्मी से बचाव के लिए लखनऊ एवं कानपुर स्थित प्राणि उद्यान में वन्य जीवों को कूलर पंखों के जरिए शीतलता प्रदान करने की कोशिश की जा रही है वहीं सड़कों पर आवारा जानवर गर्मी से बचने के लिये नालों, नहरों की शरण ले रहे हैं।
मौसम विभाग के अनुसार पिछले 24 घंटे में बांदा राज्य का सबसे गर्म इलाका रहा जहां अधिकतम तापमान 46.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। इस दौरान पश्चिमी उत्तर प्रदेश के इक्का दुक्का इलाकों में हल्की बूंदाबांदी हुई मगर इससे उमस में इजाफा हुआ। गोरखपुर, अयोध्या और प्रयागराज मंडलों के अधिकतम तापमान सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस अधिक रहा। वहीं वाराणसी, बरेली, कानपुर, झांसी, आगरा, मेरठ मंडलों में दिन का तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस तक अधिक रिकॉर्ड किया गया। उन्होंने बताया कि दिन ढलने के बाद भी अधिसंख्य इलाकों में गर्म हवाओं का प्रकोप बना हुआ है जिससे रात के तापमान में भी सामान्य से पांच डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई। फतेहगढ में सबसे कम 22.6 डिग्री सेल्सियस रात का तापमान रिकॉर्ड किया गया। सूत्रों के अनुसार अगले 24 घंटे में मौसम आमतौर पर शुष्क रहने के आसार है। इस दौरान पूर्वी उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में आंधी और गरज चमक के साथ वर्षा का अनुमान है हालांकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में मौसम आमतौर पर शुष्क रहेगा।