उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने झांसी में शनिवार को बुंदेलखंड के दो दिवसीय प्रवास के दौरान प्रथम स्वाधीनता संग्राम में अंग्रेजों के दांत खट्टे करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की शौर्य गाथा को विभिन्न माध्यमों से आगे बढ़ाने की जरूरत पर बल दिया, जिससे वर्तमान और भावी पीढ़ियां राष्ट्रभक्ति के लिये उनसे प्रेरित हो सकें। योगी ने यहां स्थित ऐतिहासिक झांसी किले में वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की वीरता की कहानी से देश दुनिया के सैलानियों को रूबरू कराने लाइट एंड साउंड शो को देखने के बाद यह बात कही। उन्होंने झांसी के किले की स्मारिका में लिखा, महारानी लक्ष्मीबाई के वीरता, शौर्य और आज़ादी के महत्वपूर्ण घटनाक्रम को लाइट एंड साउंड के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना सराहनीय कार्य है।
योगी ने इस मौके पर अपने अनुभव सोशल मीडिया पर भी साझा करते हुए कहा, भारत की आजादी का प्रथम स्वातंत्र्य समर अत्यंत महत्वपूर्ण रहा है। इस स्वातंत्र्य समर में झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का नाम बड़े सम्मान के साथ भारत के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित है। योगी ने ट्विटर पर कहा, महारानी लक्ष्मीबाई की वीरता व शौर्य और आजादी की इन महत्वपूर्ण घटनाओं को स्मार्ट सिटी मिशन’ में ‘लाइट एण्ड साउण्ड शो’ के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी के सामने प्रस्तुत करना अत्यंत सराहनीय पहल है। उन्होंने ट्वीट कर कहा, इतिहास के इन्हीं पलों के संबंध में कहा गया है कि अतीत को स्मृति करके वर्तमान का नवनिर्माण नहीं हो सकता। इस कार्यक्रम को अन्य प्रकार से भी आगे बढ़ाने का प्रयास होना चाहिए। गौरतलब है कि योगी शनिवार को दो दिन के बुंदेलखंड दौरे पर शनिवार की शाम झांसी पहुंचे। वह रविवार को ललितपुर और मध्य प्रदेश के दतिया भी जाएंगे।