यूपी में आगामी 23 जून को प्रस्तावित दो लोकसभा सीटों, (रामपुर और आजमगढ़) में से आजमगढ़ पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने पूरे दमखम से उपपचुनाव लड़ने की घोषणा की है। बसपा प्रमुख मायावती की अध्यक्षता में पार्टी की प्रदेश इकाई के जिला एवं मंडल स्तरीय समीक्षा बैठक के शनिवार को समापन सत्र में कार्यकर्ताओं के लिये जारी दिशा निर्देशों में यह जानकारी दी गयी है। बैठक के बाद बसपा की ओर से जारी बयान के अनुसार पार्टी उपचुनाव वाली दो लोकसभा सीटों में से सिर्फ एक सीट (आजमगढ़) पर पूरी ताकत झोंक देगी।
गौरतलब है कि बसपा ने आजमगढ़ लोकसभा सीट से पूर्व विधायक गुड्डू जमाली को पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिया है। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव के इस्तीफे के कारण यह सीट रक्ति हुयी है। अखिलेश ने मैनपुरी की करहल सीट से विधायक चुने जाने के बाद आजमगढ़ लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। समीक्षा बैठक में बसपा सुप्रीमो मायावती ने पार्टी कार्यकर्ताओं में जोश और ऊर्जा का संचार करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश की सत्ता से कांग्रेस को उखाड़ फेंकने वाली बसपा ही गरीब विरोधी भाजपा की जड़ें हिलाने में सक्षम है। मायावती ने कार्यकर्ताओं से अपनी इस क्षमता का एक बार फिर इस्तेमाल करने का आह्वान करते हुए कहा इसका पहला परीक्षण 23 जून के उपचुनाव में होगा। उन्होंने कहा कि सीमित संसाधनों वाली बसपा का मुकाबला धकुबेर विरोधी दलों से है। इसलिये इस तरह की छोटी-छोटी बैठकों के जरिए ही पूरे प्रदेश में बसपा के संगठन को फिर से नई ऊर्जा से भरना है।