यूपी के पीलीभीत में गुरुवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। हरिद्वार से गंगा नहाकर लखीमपुर खीरी के गोला वापस जा रही स्नानार्थियों से भरी डीसीएम (छोटा हाथी) हाईवे पर अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में चालक समेत दस लोगों की मौत हो गई जबकि सात लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मृतकों और घायलों को जिला अस्पताल भिजवाया। सूचना पर डीएम-एसपी समेत प्रशासनिक और पुलिस अफसरों ने जिला चिकित्सालय पहुंचकर मृतकों और घायलों के परिजनों को ढांढस बंधाया। हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शोक जताया है।
हादसा गुरूवार तड़के पौने चार बजे थाना गजरौला क्षेत्र में थाने से एक किलोमीटर पहले पुलिया के समीप हुआ। पीलीभीत की ओर से गोला जा रही डीसीएम अनियंत्रित होकर हाइवे से उतर कर पेड़ में जा घुसी। हादसे में डीसीएम सवार 28 वर्षीय लक्ष्मी शुक्ला पत्नी संजीव शुक्ला, 28 वर्षीय रचना पत्नी कृष्णपाल शुक्ला, 60 वर्षीय सरला देवी पत्नी लालमन शुक्ला, दो वर्षीय खुशी पुत्री संजीव शुक्ला, 15 वर्षीय हर्ष शुक्ला पुत्र संजीव शुक्ला,14 वर्षीय सुशांत पुत्र श्यामसुंदर शुक्ला, 65 वर्षीय लालमन शुक्ला पुत्र नंदलाल, 40 वर्षीय श्यामसुंदर शुक्ला पुत्र लालमन शुक्ला, तीन वर्षीय आनंद पुत्र कृष्णपाल निवासीगण मोहल्ला तीरथ थाना गोला जिला लखीमपुर खीरी, डीसीएम चालक 35 वर्षीय दिलशाद पुत्र आशिक निवासी ग्राम दनेली थाना गोला जिला लखीमपुर खीरी की मौत हो गई।
इसके अलावा सात लोग घायल हो गए। हादसे की सूचना पर पहुंचे इंस्पेक्टर गजरौला आशुतोष रघुवंशी ने सभी को जिला अस्पताल भिजवाया। डीएम पुलकित खरे, एसपी दिनेश कुमार पी समेत प्रशासनिक और पुलिस अफसरों ने जिला चिकित्सालय पहुंचे। मृतक लखीमपुर खीरी के गोला कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला तीरथ के निवासी थे और अपने रिश्तेदार शाहजहांपुर जिले के पुवांया कोतवाली क्षेत्र के ग्राम अखौना खुर्द के साथ हरिद्वार गंगा नहाकर वापस लौट रहे थे।