बिहार में खाद की किल्लत के बीच राज्य सरकार ने बड़ी कार्रवाई की है. उर्वरकी की कालाबाजारी के आरोप में राज्य के दो जिलों के जिला कृषि पदाधिकारियों पर गाज गिरी है. उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. बिहार के कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने विधान परिषद में कहा कि अररिया और रोहतास जिले के जिला कृषि पदाधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही राज्य में उर्वरकों की कालाबाजारी में कथित तौर पर शामिल रहने के खिलाफ कई अन्य लोगों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है. परिषद में राजेडी के सदस्य राम चंद्र पूर्वे और जेडीयू के नेता संजीव कुमार सिंह के सवालों का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि 10 ब्लॉक कृषि अधिकारियों और दो कृषि समन्वयकों को निलंबित करने और उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्यवाही शुरू करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
अमरेंद्र प्रताप सिंह ने आगे कहा कि इसके अलावा, एक संयुक्त निदेशक रैंक के अधिकारी और दो अन्य डीएओ का वेतन रोक दिया गया है और उन्हें राज्य सरकार द्वारा कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. गौरतलब है कि राजद और जद (यू) के एमएलसी ने यूरिया सहित महत्वपूर्ण उर्वरकों की कम आपूर्ति का आरोप लगाया था, जिसके कारण खाद की कालाबाजारी हुई थी और बिहार के किसानों को उन्हें अत्यधिक कीमतों पर खरीदने के लिए मजबूर किया जा रहा था.