उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के कोसीकलां औद्योगिक क्षेत्र में कथित तौर पर नाले का पानी पीने से एक दर्जन से अधिक भैंसों की मौत का मामला सामने आया है। छाता तहसील के उपजिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। एक अधिकारी ने शनिवार को इसकी जानकारी दी। उप जिलाधिकारी कमलेश गोयल ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सूचना मिली कि आज निकटवर्ती राजस्थान के भरतपुर जिले के बयाना क्षेत्र से मथुरा में चारे-पानी के लिए अपनी भैंसों को लाने वाले पशुपालकों की एक दर्जन से अधिक भैंसे कोसीकलां औद्योगिक क्षेत्र में प्रदूषित पानी पीकर मौके पर ही मर गईं।
उन्होंने बताया कि जानकारी मिलने पर तहसील की टीम के साथ मुआयना किया गया है और सभी मृत भैंसों का मथुरा के दीनदयाल पशु चिकित्सा विज्ञान विवि के विशेषज्ञों से पोस्टमार्टम कराया जा रहा है तथा क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण विभाग की टीम को बुलाकर नाले के पानी के नमूने भी लिए गए हैं। उन्होंने बताया कि इस मामले की पूरी जांच की जाएगी और यदि नाले का पानी जहरीला होने का प्रमाण मिलता है तो उन कारखाना मालिकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी, जिनका प्रदूषित जल उस नाले में छोड़ा जाता है।