केंद्रीय महिला कल्याण मंत्री स्मृति ईरानी ने रविवार को समाजवादी पार्टी और कांग्रेस पर जमकर प्रहार किया और आरोप लगाया कि सत्ता के लिए सपा और कांग्रेस ने निर्दोषों का खून बहाने वालों से हाथ मिला लिया, जनता तो ऐसे खूनी हाथों को त्याग देना चाहिए। रविवार को कुशीनगर में चुनावी जनसभा में स्मृति ईरानी ने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा का नाम लेते हुए साफ कहा, प्रियंका ने उसको (नवजोत सिंह सिद्धू) कांग्रेस पार्टी का अध्यक्ष बनाया जिसने पाकिस्तान की सेना के सेनापति को गले लगाया और इमरान खान को अपना भाई बताया।
ईरानी ने चुनौती दी कि अगर गांधी खानदान में हिम्मत है तो मेरी इस बात को झुठला दें। उन्होंने ये भी कहा कहा कि महाराष्ट्र में कांग्रेस एक ऐसे आदमी का संरक्षण कर रही है जिसके हाथ दाऊद इब्राहिम के साथ मिले हुए हैं, जिसने 1993 में मुंबई में ब्लास्ट कराया । उन्होंने कहा कि गांधी परिवार उसी का संरक्षण कर रहा और इस बात को उनमें इतनी हिम्मत नहीं कि झुठला सकें। कांग्रेस पर वार करते हुए उन्होंने आगे कहा कि ये वो लोग हैं जिन्होंने मोदी जी ने जब संसद में कहा कि मंदिर वहीं बनाएंगे तो उनका ही विरोध किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी की नैया पूरी तरह से डूब रही है ।
स्मृति ईरानी ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा विपदा की घड़ी में ना साइकिल काम आई, ना हाथ काम आया और ना हाथी नजर आया। उन्होंने कहा कि कोरोना के दौरान जब मौत दस्तक दे रही थी तब भाजपा ने घर-घर जाकर मास्क बांटा, राशन बांटा और इस बात से प्रियंका दुखी हैं कि गरीब को राशन क्यों बांटा। उन्होंने पूछा कि अगर सपा-बसपा की सरकार होती तो क्या ये राशन मिल पाता।
केंद्रीय मंत्री ने समाजवादी पार्टी पर भी तंज कसते हुए कहा कि राम भक्तों पर गोली चलाने वाले वही लोग आज जनता को बहलाने के लिए कहते कि उनके सपने में भगवान कृष्ण आते हैं, उनको बता दें कि आज कलयुग में भी कृष्ण अपराधियों को बचाने के लिए नहीं आते। ईरानी ने कहा कि भगवान उसका साथ कभी नहीं देता जो बेटियों का आंचल खिंचवाने वाले को शरण देता है। उन्होंने दोहराया कि जिसने रामभक्तों पर गोली चलाई वो आज कृष्ण-कृष्ण करता है, जिस खानदान ने कहा कि राम नहीं हैं उनका बेटा आज जनेऊ पहनकर मंदिर-मंदिर घूम रहा है।