छत्तीसगढ़ में अपराध दर में पहले की तुलना में आई कमी, एनसीआरबी रिपोर्ट में बड़ा खुलासा

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देश में कई राज्यों में अपराध की दर बढ़ने से समग्र तस्वीर भयावह लगती है। वहीं कुछ राज्यों का रिकॉर्ड उम्मीद जगाने वाला है। नेशनल क्राइम रिकार्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) द्वारा वर्ष 2021 के लिए जारी की गई रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2018 की तुलना में वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ में अपराध का स्तर नीचे गिरा है। छत्तीसगढ़ देश के अन्य राज्यों की तुलना में अपराध को कम करने के लिहाज से बेहतर स्थिति में है। नक्सल प्रभावित राज्य में अपराध की दर में कमी को बड़ी उपलब्धि के तौर पर माना जा रहा है। इसका श्रेय भूपेश सरकार की कानून व्यवस्था पर सख्ती और प्रभावी नीतियों को दिया जा रहा है। अधिकारियों का दावा है कि बीते साढ़े तीन वर्षों में मुख्यमंत्री ने राज्य की जनता के विकास के लिए न्याय योजनाएं शुरू कर छत्तीसगढ़ मॉडल को पूरे देश में स्थापित किया है। मुख्यमंत्री के विश्वास मूल मंत्र के कारण अब नक्सलियों के कोर गढ़ अबूझमाड़ में भी खेती की जा रही है। वहीं सुरक्षा मूल मंत्र के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में अपराधों में लगातार कमी आ रही है।

मुख्यमंत्री की मंशा के अनुरूप चिटफंड संचालकों पर कार्रवाई, आदिवासियों पर दर्ज प्रकरणों की केस वापसी, अपराध नियंत्रण, महिला विरुद्ध अपराधों पर त्वरित कार्रवाई, नक्सली समस्या पर प्रभावी नियंत्रण एवं नक्सलियों की गिरफ्तारी और पुलिस कर्मियों के कल्याण हेतु विभिन्न योजनायें शुरू की गई हैं। छत्तीसगढ़ राज्य की पुलिस ने बेसिक, इम्पेक्टफुल, विजिबल के साथ कम्युनिटी पुलिसिंग में नए आयाम प्रस्तुत किए हैं। छत्तीसगढ़ पुलिस ने पूर्व वर्षों की तुलना में अपराधों पर प्रभावी नियंत्रण किया है. इसके साथ ही पुलिस परिवार के करीब 72 हजार जवानों एवं उनके परिजनों के लिए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रम भी प्रारंभ किए गए हैं। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ बलात्कार के मामले में 5वें स्थान पर था, जबकि छत्तीसगढ़ में नई सरकार बनने पर वर्ष 2021 में छत्तीसगढ़ का स्थान 11वां है. इस तरह से छत्तीसगढ़ में बलात्कार के मामलों में काफी कमी आई है. इस सूची में मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और महाराष्ट्र टॉप के राज्यों में शामिल हैं।

अपहरण के मामलों में 12वें स्थान पर

बलात्कार के प्रयास की घटनाओं में छत्तीसगढ़ एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, 2018 तक 14वें स्थान पर था, जबकि 2021 में छत्तीसगढ़ ने अपनी स्थिति में सुधार किया है और ये 16वें स्थान पर है। एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि 2018 में छत्तीसगढ़ अपहरण के मामलों में 11वें स्थान पर था और अब इसमें एक स्थान का सुधार हुआ है। 2021 के आंकड़ों के अनुसार छत्तीसगढ़ 12वें स्थान पर है।

बड़ी अपराधिक घटनाओं में भी कमी आई

छत्तीसगढ़ में डकैती जैसी बड़ी अपराधिक घटनाओं में भी कमी आई है. एनसीआरबी के आंकड़े बताते हैं कि वर्ष 2018 में छत्तीसगढ़ 12वें स्थान पर था, जबकि 2021 में छत्तीसगढ़ की रैंक सुधरी है और वर्तमान में ये 16वें स्थान पर है। एनसीआरबी के आंकड़ों के अनुसार, हत्या के मामले में देश में 15वें स्थान पर था. वर्ष 2021 में भी छत्तीसगढ़ 15वें स्थान पर है। हत्या के अपराध की सूची में उत्तर प्रदेश नंबर वन पर है, जबकि उसके बाद बिहार, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश सूची में टॉप पर हैं। हत्या का प्रयास के मामले में छत्तीसगढ़ 2018 में 17वें स्थान पर था, जबकि साल 2021 में भी वो 17वें स्थान पर है. आंकड़ों के अनुसार, यूपी चौथे स्थान पर और महाराष्ट्र 5वें स्थान पर है. इस तरह से हत्या एवं हत्या के प्रयास जैसे अपराधों पर रोक लगाने में छत्तीसगढ़ सरकार ने सफलता हासिल की है।

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