यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत कल्याण सिंह को रविवार को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि उन्होंने सुशासन की जो पुख्ता नींव रखी थी, वह आज उत्तर प्रदेश के समग्र विकास का आधार बन गई है। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री सिंह की पहली पुण्यतिथि पर यहां ‘कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी कैंसर इंस्टीट्यूट’ सीजी सिटी में उनकी प्रतिमा का अनावरण और ऑपरेशन थियेटर ब्लॉक का लोकार्पण करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा, सुशासन की बात आती है तो आजादी के बाद की पहली ऐसी सरकार जो हम सबकी स्मृतियों में है और जिसने जो कहा, सो करके दिखाया, वह श्रद्धेय बाबूजी कल्याण सिंह की ही सरकार है। उनकी सरकार ने 1991 में प्रदेश में समाज के प्रत्येक तबके के हितों की रक्षा करने के साथ अपनी सांस्कृतिक और धार्मिक धरोहर को अक्षुण्ण बनाये रखने के लिए कार्य किया।
मुख्यमंत्री ने कल्याण सिंह की सरकार के दौर का जिक्र करते हुए कहा, यह वह कालखंड था, जब उत्तर प्रदेश बदलाव के दौर से गुजर रहा था। पूर्ववर्ती सरकार की नीतियों के कारण प्रदेश में जगह-जगह दंगे हो रहे थे और प्रदेश में आतंकवाद की सुगबुगाहट हो रही थी, उस समय कल्याण सिंह ने प्रदेश की बागडोर संभाली थी। योगी ने कहा कि उनका (कल्याण सिंह) कार्यकाल सीमित था, लेकिन उतने समय में ही उन्होंने सुशासन की जो पुख्ता नींव रखी थी, आज वह प्रदेश के समग्र विकास का आधार बन गई है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज उत्तर प्रदेश देश की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की ओर अग्रसर है और लोगों को यह मानना है कि सुशासन की नींव को आधार देने में 1991 में बाबूजी के नेतृत्व की सरकार की जो कार्यपद्धति थी, वह कहीं न कहीं निर्णायक साबित हुई है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”यह हमारी सरकार का सौभाग्य है कि कैंसर संस्थान का नामकरण बाबूजी के नाम पर किया गया और यह प्रदेश का पहला कैंसर संस्थान है। इसमें इस समय 734 बिस्तर हैं और इन्हें बढ़ाकर 1,200 बिस्तर का किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि अत्याधुनिक सुविधायुक्त उत्तर प्रदेश का यह संस्थान बाबूजी के नाम के अनुरूप प्रदेश का कल्याण करेगा। उन्होंने कहा कि यहां कैंसर के उपचार की सुविधा प्रारंभ हो चुकी है और टाटा कैंसर इंस्टीट्यूट से बातचीत को आगे बढ़ाया गया है, ताकि उसी की तर्ज पर इस कैंसर संस्थान को विकसित किया जा सके। योगी ने कहा कि बुलंदशहर मेडिकल कॉलेज का नाम बाबूजी के नाम पर रखने की कार्रवाई प्रारंभ की गई है और वहां भी एक भव्य प्रतिमा स्थापित की जाएगी।
इस समारोह में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य एवं ब्रजेश पाठक तथा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष एवं जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण सिंह, केंद्रीय मंत्री कौशल किशोर एवं बी एल वर्मा समेत कई प्रमुख नेताओं ने भी कल्याण सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित की। उल्लेखनीय है कि 1991 और 1997 में उत्तर प्रदेश के दो बार मुख्यमंत्री बने और राजस्थान के राज्यपाल रह चुके कल्याण सिंह का 21 अगस्त, 2021 को निधन हो गया था।
कल्याण सिंह के पुत्र और सांसद राजवीर सिंह ने ‘जय श्री राम’ के नारों के उद्घोष के साथ कहा कि बाबूजी की आज प्रथम पुण्यतिथि है और मुख्यमंत्री ने बाबूजी की प्रतिमा का अनावरण कर प्रदेश को बड़ा तोहफा दिया है। भाजपा नेता ने कहा, ”यह मेरे लिए सौभाग्य की बात है कि मैं कल्याण सिंह का बेटा हूं, जिन्होंने इस देश, प्रदेश के लिए संघर्ष किया और राम जन्मभूमि की जितनी जिम्मेदारियां हैं, अपने ऊपर ओढ़ लीं, मैं ऐसे पिता का बेटा हूं। उन्होंने कहा, ”बाबूजी ने कहा था कि राम मंदिर के लिए सौ-सौ सरकारें कुर्बान करने को तैयार हूं, लेकिन (राम भक्तों पर) गोली नहीं चलवाऊंगा, नहीं चलवाऊंगा।