उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के छठे चरण के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रतिष्ठापक चुनाव क्षेत्र गोरखपुर समेत 10 जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में मंगलवार शाम छह बजे प्रचार समाप्त हो गया। इस चरण की सभी सीटों पर तीन मार्च को मतदान होगा। राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने बताया कि छठे चरण के चुनाव के लिए मंगलवार शाम छह बजे के बाद से प्रचार पर प्रभावी रूप से रोक लग गई है और यह रोक छठे चरण का मतदान समाप्त होने अर्थात 48 घंटे तक प्रभावी रहेगी।
उन्होंने बताया कि छठे चरण के मतदान की तैयारी पूरी कर ली गई है और तीन मार्च को स्वतंत्र, निष्पक्ष, पारदर्शी तरीके से मतदान सम्पन्न कराने के लिए आवश्यक व्यवस्था के निर्देश दिए गए हैं। जानकारी के अनुसार छठे चरण में कुल 676 प्रत्याशी चुनावी मैदान में हैं । वर्ष 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 57 सीटों में 46 सीटें भाजपा और दो सीटें उसके सहयोगी दलों अपना दल (एस) और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) ने जीती थी हालांकि सुभासपा इस बार समाजवादी पार्टी से गठबंधन कर चुनाव लड़ रही है।
छठवें चरण के दस जिलों में अंबेडकर नगर, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बस्ती, संतकबीरनगर, महराजगंज, गोरखपुर, कुशीनगर, देवरिया एवं बलिया जिलों के 57 विधानसभा क्षेत्रों में तीन मार्च को सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान होगा। छठे चरण के विधानसभा क्षेत्रों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा समेत कई स्टार प्रचारक चुनाव प्रचार कर चुके हैं। इसी चरण में पहली बार विधानसभा चुनाव लड़ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्वाचन क्षेत्र गोरखपुर में भी मतदान होगा जहां उनके मुकाबले समाजवादी पार्टी से सुभावती शुक्ला और आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद समेत कई उम्मीदवार मैदान में हैं।
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा भी इन इलाकों में चुनाव प्रचार कर चुकी हैं। उधर, बहुजन समाज पार्टी समेत अन्य दलों के नेताओं ने भी इन क्षेत्रों में प्रचार कर अपने अपने उम्मीदवारों को विजयी बनाने की अपील की है। छठे चरण में अंबेडकरनगर जिले की कटहरी विधानसभा सीट पर बसपा विधायक दल के नेता रह चुके लालजी वर्मा इस बार सपा के उम्मीदवार के तौर पर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं, तो इसी जिले की अकबरपुर विधानसभा सीट पर बसपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष राम अचल राजभर इस बार सपा के उम्मीदवार हैं। छठे चरण में सिद्धार्थनगर जिले की बांसी सीट पर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह भाजपा उम्मीदवार के तौर पर फिर अपनी किस्मत आजमा रहे हैं जबकि इसी जिले की इटवा सीट पर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष व सपा उम्मीदवार माता प्रसाद पांडेय का मुकाबला राज्य के बेसिक शिक्षा मंत्री व भाजपा उम्मीदवार सतीश चंद्र द्विवेदी से है। द्विवेदी ने 2017 में पांडेय को पराजित किया था।
कुशीनगर जिले की पड़रौना विधानसभा सीट से पिछली बार भाजपा से चुनाव जीते और करीब पांच वर्ष तक योगी सरकार में श्रम मंत्री रह चुके स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार कुशीनगर की फाजिलनगर सीट से सपा के उम्मीदवार हैं जहां उनका मुकाबला भाजपा के सुरेंद्र कुशवाहा से है। कुशीनगर की तमकुहीराज सीट पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू चुनाव मैदान में हैं। छठे चरण में ही बलिया में नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी (बांसडीह) सपा से और बसपा विधायक दल के नेता रसड़ा विधानसभा क्षेत्र में बसपा से अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
राज्य के कृषि मंत्री और भाजपा उम्मीदवार सूर्य प्रताप शाही का देवरिया जिले की पथरदेवा सीट पर अपने पुराने प्रतिद्वंद्वी सपा के ब्रह्माशंकर त्रिपाठी से मुकाबला है। इसके अलावा स्वतंत्र प्रभार के राज्यमंत्री श्रीराम चौहान (खजनी-गोरखपुर) राज्य मंत्री जयप्रकाश निषाद (रुद्रपुर-देवरिया) तथा पत्रकारिता से राजनीति में आये शलभ मणि त्रिपाठी (देवरिया) भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं। छठे चरण की 57 सीटों में 11 सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हैं। इस चरण में कुल 2.14 करोड़ से अधिक मतदाता है। राज्य की 403 विधानसभा सीटों पर सात चरणों में प्रस्तावित विधानसभा चुनाव में अब तक पांच चरणों में 292 सीटों पर मतदान हो चुका है और आखिरी दो चरणों में क्रमश: तीन मार्च और सात मार्च को 111 सीटों पर मतदान होना बाकी है।