अयोध्या में कथित तौर पर सामूहिक दुष्कर्म की शिकार नाबालिग लड़की को सोमवार दोपहर में किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के स्त्री रोग विभाग में भर्ती कराया गया। इससे पहले उसे बेहतर इलाज के लिए अयोध्या के महिला अस्पताल से लखनऊ के किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) रेफर किया गया था। अयोध्या के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संजय जैन ने बताया था कि पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए लखनऊ के केजीएमयू रेफर किया गया है। उन्होंने बताया कि लखनऊ ले जाने के दौरान चिकित्सकों की एक टीम लड़की के साथ है। केजीएमयू लखनऊ के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “लड़की को क्वीन मैरी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉ. सुजाता देव के नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम उसकी निगरानी कर रही है। क्वीन मैरी अस्पताल, किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ का प्रसूति एवं स्त्री रोग विभाग है। केजीएमयू ने बाद में एक बयान में कहा, “वरिष्ठ डॉक्टरों की देखरेख में लड़की का मेडिकल परीक्षण किया गया।
विशेषज्ञों की एक टीम लड़की की स्थिति का आकलन कर रही है। उसे उचित चिकित्सा उपचार दिया जा रहा है।” पुलिस ने 30 जुलाई को 12 साल की लड़की से कथित सामूहिक दुष्कर्म मामले में अयोध्या जिले के भदरसा में बेकरी संचालक मुईद खान और उसके कर्मचारी राजू खान को गिरफ्तार किया था। पुलिस के मुताबिक, मुईद खान और राजू खान ने दो महीने पहले लड़की से कथित तौर पर दुष्कर्म किया था और इस कृत्य को रिकॉर्ड भी किया था। चिकित्सा जांच में लड़की के गर्भवती होने की बात सामने आने के बाद मामले का खुलासा हुआ। बलात्कार पीड़िता को अयोध्या से लखनऊ ले जाया गया, इसके एक दिन पहले भाजपा के तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल ने अयोध्या में 12 वर्षीय बलात्कार पीड़िता और उसके परिवार के सदस्यों से मुलाकात की थी। प्रतिनिधिमंडल ने राज्य सरकार से लड़की के परिजनों को दिए जाने वाले मुआवजे को पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का आग्रह किया था। प्रतिनिधिमंडल में शामिल राज्यसभा सदस्य संगीता बलवंत बिंद ने कहा कि लड़की की आपबीती सुनकर उनका खून खौल उठा और उन्होंने आरोप लगाया कि आरोपियों ने पहले भी इस तरह के अपराध किए हैं।
भाजपा प्रतिनिधिमंडल में राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद और उत्तर प्रदेश के पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नरेंद्र कश्यप भी शामिल थे। टीम ने लड़की के घर जाकर उसके परिवार के सदस्यों से “विस्तृत चर्चा” की और घटना के बारे में जानकारी जुटाई। बाबूराम निषाद ने इस बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा था, “हमने बलात्कार पीड़िता की मां और उसके परिवार के अन्य लोगों से बात की और घटना के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटाई। सरकार की तरफ से जो भी कार्रवाई होनी है, वह की जा रही है। हमने आरोपी मुईद खान के बारे में अन्य जानकारियां भी जुटाई हैं। हम इसकी तह तक जाएंगे और जांच करेंगे।” निषाद ने बताया था कि भाजपा प्रतिनिधिमंडल ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से राज्य सरकार द्वारा लड़की के परिवार को दी जाने वाली वित्तीय सहायता को पांच लाख रुपये से बढ़ाकर 25 लाख रुपये करने का आग्रह किया है। आदित्यनाथ ने बलात्कार पीड़िता के परिजनों को पांच लाख रुपये की वित्तीय सहायता देने की घोषणा की थी। यह पूछे जाने पर कि क्या उन्होंने सुझाव दिया है कि नाबालिग लड़की को लखनऊ या दिल्ली में किसी बेहतर अस्पताल में स्थानांतरित कर दिया जाए, निषाद ने कहा, “हमने उनसे (डॉक्टरों से) कहा है कि अगर आपको लगता है कि यह (चिकित्सा उपचार देना) आपके नियंत्रण से बाहर है, तो बिना किसी देरी के लड़की को उच्च केंद्र में स्थानांतरित कर दिया जाना चाहिए।
इस मामले में मुख्यमंत्री आदित्यनाथ ने आरोप लगाया था कि मुईद खान समाजवादी पार्टी (सपा) का सदस्य है और फैजाबाद के सांसद अवधेश प्रसाद की टीम का हिस्सा है। आदित्यनाथ ने पिछले बृहस्पतिवार को विधानसभा में कहा था, ”यह अयोध्या का मामला है। मुईद खान समाजवादी पार्टी से है और अयोध्या के सांसद की टीम का सदस्य है। वह 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का मुख्य आरोपी है। समाजवादी पार्टी ने उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है।” अयोध्या जिला प्रशासन ने गत शनिवार को मुईद खान की बेकरी पर बुलडोजर चला उसे ध्वस्त कर दिया था। प्रशासन का आरोप है कि यह बेकरी तालाब को पाटकर बनाई गई थी।