दूसरे औरंगजेब को जन्म न लेने दें, चंडीगढ़ में बोले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को विरासत कर के मुद्दे पर मुख्य विपक्षी दल पर प्रहार करते हुए कहा कि मुगल शासक औरंगजेब की आत्मा कांग्रेस में प्रवेश कर गयी है। उन्होंने लोगों से ”दूसरे औरंगजेब” को जन्म नहीं लेने देने की अपील की। भाजपा प्रत्याशी संजय टंडन के पक्ष में यहां अपनी पहली राजनीतिक रैली करते हुए आदित्यनाथ ने कांग्रेस-आप गठबंधन पर निशाना साधा और कहा कि वे लोगों के कल्याण के लिए नहीं, बल्कि उन्हें ‘लूटने’ के लिए साथ आये हैं। उन्होंने कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पंजाब की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार पर हमला करते हुए कहा, ”आपको पंजाब में माफिया और अपराधी नजर आते हैं। उत्तर प्रदेश में हमने माफिया को उल्टा लटका दिया है। इसलिए मैं कह रहा हूं कि वे (कांग्रेस-आप के लोग) आपको गुमराह करेंगे, झूठ बोलेंगे और कई तरह की अफवाह फैलायेंगे।

योगी ने कहा, ”कांग्रेस और आप ने गठजोड़ किया है… उन्होंने ऐसा इसलिए किया क्योंकि पहले उन्होंने देश को विभाजित किया, फिर समाज को बांटा और अब उनकी नजर आपकी संपत्ति पर है।” किसी का नाम लिए बगैर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक कांग्रेस नेता ने कहा है कि जब पार्टी सत्ता में आयेगी तब वह लोगों की संपत्ति का सर्वेक्षण करायेगी और विरासत कर लगायेगी। उन्होंने कहा कि वे (कांग्रेस वाले) उसका आधा बांटेंगे और उसे मुसलमानों को देंगे। उन्होंने कहा कि विरासत कर ‘जजिया’ कर जैसा है जिसे औरंगेजब ने हिंदुओं पर लगाया था। योगी ने सभा में कहा, औरंगजेब की आत्मा कांग्रेस में प्रवेश कर गयी है। हमें देश में दूसरे औरंगजेब को पैदा नहीं होने देना है। उन्होंने लोगों से भाजपा के पक्ष में वोट डालने और नरेन्द्र मोदी को तीसरी बार प्रधानमंत्री बनाने का आह्वान किया। इससे पहले, कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा की टिप्पणी पर राजनीतिक विवाद पैदा हो गया था।

उन्होंने संपत्ति के पुनर्वितरण के मुद्दे पर अपनी बात रखते हुए विरासत कर की बात कही थी। बाद में, पित्रोदा ने इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष से इस्तीफा दे दिया था। योगी ने कांग्रेस को निशाना साधते हुए कहा, नागरिकता संशोधन कानून लागू कर दिया गया है। पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान में सिखों, जैन और बौद्धों का उत्पीड़न किया गया। जब नागरिकता देने की प्रक्रिया शुरू हो गयी तब (कांग्रेस के) नेताओं को पेट दर्द होने लगा। उन्होंने कहा कि दुर्योधन की आात्मा कांग्रेस में प्रवेश कर गयी है और वह इसे पचा नहीं पायी। उन्होंने कहा, ‘यही कारण है कि वे (कांग्रेस वाले) कहने लगे थे कि मुसलमानों का देश के संसाधनों पर पहला अधिकार है। पंद्रह मई को 14 नागरिकों को नागरिकता संशोधन अधिनियम के तहत नागरिकता प्रमाणपत्र दिया गया।

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