उत्तर प्रदेश के विशेष कार्य बल (एसटीएफ) ने मेरठ में बृहस्पतिवार को एक मुठभेड़ में खूंखार गैंगस्टर अनिल दुजाना को मार गिराया। पुलिस के एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी। अपर पुलिस महानिदेशक (एसटीएफ) अमिताभ यश ने बताया, अनिल दुजाना एक वांछित अपराधी था, मेरठ के एक गांव में हमारी टीम ने उसे घेर लिया था। दुजाना ने बचने के लिए हमारी टीम पर गोलीबारी की और जवाबी कार्रवाई में वह मारा गया। दुजाना को घेरने वाली एसटीएफ टीम का नेतृत्व उप्र एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक बृजेश सिंह कर रहे थे। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा कि दुजाना हाल ही में जेल से जमानत पर रिहा हुआ था। वह जेल से बाहर आने के बाद फिर से अपना गिरोह बनाने की कोशिश कर रहा था, और उसके खिलाफ गौतमबुद्धनगर जिले के दादरी थाना में एक व्यक्ति को जबरन वसूली की धमकी देने का मामला भी दर्ज किया गया था।
कुमार ने बताया कि दुजाना उन 65 माफियाओं में शामिल है, जिनकी गतिविधियों पर उत्तर प्रदेश पुलिस लगातार नजर रख रही है। उन्होंने बताया, प्रारंभिक जानकारी के अनुसार अनिल दुजाना अपने गिरोह के कुछ सदस्यों से मिलने एक जीप में जा रहा था। एसटीएफ टीम द्वारा घेर लिए जाने के बाद वह नियंत्रण खो बैठा और जीप बिजली के खंभे से टकरा गई। पुलिस ने दुजाना के वाहन से दो पिस्टल और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किया था। अधिकारी ने यह स्पष्ट नहीं किया कि मुठभेड़ के समय दुजाना अकेला था या उसके साथ उसके गिरोह के कुछ अन्य सदस्य भी थे। गौतमबुद्ध नगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के दुजाना गांव निवासी अनिल दुजाना पर 60 से अधिक मामले दर्ज हैं जिनमें पश्चिमी उप्र के विभिन्न जिलों में हत्या, हत्या के प्रयास और रंगदारी मांगने समेत अन्य मामले शामिल हैं।