यूपी सरकार ने बुधवार को कहा कि वह नोएडा में ‘सेफ सिटी’ परियोजना के क्रियान्वयन में तेजी ला रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ‘विजन को मिशन’ मानकर नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा) ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है। परियोजना को शहर में लागू करने के लिए मुख्यतः छह चरणों को प्रभावी ढंग से लागू किया जाएगा जिसमें 208.47 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। एक बयान के मुताबिक, इस परियोजना के अंतर्गत नोएडा के एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र (आईसीसीसी) को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की तैयारी है। खास बात यह है कि परियोजना पूरी होने पर शहर के सभी थानों, सीसीटीवी प्रणाली व यातायात प्रबंधन प्रणाली को आईसीसीसी के साथ जोड़ा जाएगा।
इसके साथ ही, इसे अत्याधुनिक सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली से युक्त किया जाएगा जो आपात स्थितियों में संदेश जारी करने का माध्यम बनेगी। इसमें कहा गया है कि प्रक्रिया पूरी होने पर नोएडा शहर की महिलाओं समेत समस्त नागरिकों की सुरक्षा प्रणाली को और प्रभावी बनाने में मदद मिलेगी। नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण द्वारा तैयार की गई कार्य योजना के अनुसार, ‘सेफ सिटी’ परियोजना को पूरा करने के लिए मुख्यतः छह प्रमुख घटकों को प्रभावी तौर पर लागू किया जाएगा। यह सभी घटक क्रमबद्ध चरण के अनुसार लागू किए जाएंगे। इसमें अत्याधुनिक ‘सिटी कम्यूनिकेशन नेटवर्क’, ‘एकीकृत कमान एवं नियंत्रण केंद्र , डेटा सेंटर, सीसीटीवी आधारित ‘सिटी सर्विलांस सिस्टम’, ‘इंटेलिजेंट ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम’ तथा भौगोलिक सूचना प्रणाली (जीआईएस) प्रमुख हैं।
इनमें से सभी घटकों को आधुनिक प्रौद्योगिकी से लैस करने की तैयारी तो है ही, साथ ही इन सबको एकीकृत कर एक विस्तृत रूपरेखा तैयार की जाएगी। बयान के मुताबिक, प्रक्रिया पूरी होने पर आईसीसीसी से सीधी निगरानी के माध्यम से पूरे शहर की किसी भी अप्रिय या आपात घटना के नियंत्रण व प्रबंधन के लिए प्रभावी तरीके से कार्य करने में मदद मिलेगी। इसमें कहा गया है कि एक प्रकार से यह शहर की सभी प्रमुख स्थितियों व समस्याओं के प्रभावी निस्तारण के लिए ‘एकल बिंदु समाधान’ के तौर पर कार्य करेगा।