अमेरिका के शुल्क विवाद को लेकर दुनिया भर में मची आर्थिक खलबली के बीच बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने बुधवार को कहा कि भारत के करोड़ों गरीबों की अपनी विशेष समस्याएं और चिंताएं हैं जिनका सरकार को अपनी नीति बनाते समय ध्यान रखना चाहिये। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘डबल इंजन’ की उप्र सरकार सर्वसमाज के ग़रीबों के हित के लिए कार्य ना करके, सपा सरकार की तरह ही, केवल कुछ क्षेत्र और समूह विशेष के लिए समर्पित रहना चाहती है । मायावती ने आज यहाँ उत्तर प्रदेश व पड़ोसी उत्तराखण्ड राज्य में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों व जिला अध्यक्षों की अहम बैठक में दोनों राज्यों में पार्टी संगठन की समीक्षा की ।
पार्टी द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मायावती ने अमेरिका के शुल्क विवाद को लेकर कहा कि भारत के करोड़ों गरीबों की अपनी विशेष समस्याएं और चिंताएं हैं जिनका सरकार को अपनी नीति बनाते समय ध्यान रखना चाहिये। उन्होंने कहा, ”आर्थिक चुनौतियों का सामना करते समय भारत को अपने आत्म-सम्मान पर कोई आँच नहीं आने देना चाहिये। ऐसे में भारत की जनता के हित को प्रथम रखकर फैसला किया जाना देशहित में बेहतर होगा।” मायावती ने कहा, ”ऐसे विकट समय में भाजपा, उसकी राज्य सरकारों तथा उसके नेताओं को संकीर्ण राजनीति त्याग कर केन्द्र सरकार के कंधे से कंधे मिलाकर सहयोग करने की पहल करनी चाहिये।” बसपा नेता ने कहा, ”यह ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में भाजपा सरकारों के लिए सही संवैधानिक दायित्व निभाना जरूरी है।