लखनऊ। उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने सोमवार को कहा कि उनके पास इस बात के सबूत हैं कि कुछ लोग चार जून को लोगों से बड़ी संख्या में मतगणना केंद्रों पर पहुंचने के लिए कह रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अपर मुख्य सचिव (गृह) दीपक कुमार के साथ एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए डीजीपी कुमार ने कहा, हमारे पास सबूत हैं कि कुछ लोग, लोगों से बड़ी संख्या में मतगणना केंद्रों पर पहुंचने की अपील कर रहे हैं। उनसे सख्ती से निपटा जाएगा और कानून-व्यवस्था को बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। कुमार ने कहा, “हमारे पास ऐसे लोगों के नाम भी हैं और इसे सही समय पर साझा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि 2022 के विधानसभा चुनाव से पहले भी कुछ लोगों ने समस्या पैदा करने की कोशिश की थी, लेकिन सभी जानते हैं कि तब ऐसे तत्वों के खिलाफ क्या कार्रवाई की गई थी।
उन्होंने कहा, “हम सभी पहलुओं पर नजर रख रहे हैं। स्थानीय खुफिया इकाइयां काम कर रही हैं। किसी भी अफवाह को फैलने से रोकने के लिए सोशल मीडिया पर नजर रखी जा रही है।” अपर मुख्य सचिव (गृह) कुमार ने कहा कि 75 जिलों में 81 मतगणना केंद्रों पर मतगणना होगी और इसके लिए व्यापक सुरक्षा व्यवस्था की गई है। लोकसभा की 80 सीट के लिए राज्य में सात चरणों में मतदान हुआ है। इन सीट पर कुल 851 उम्मीदवार मैदान में थे, जिनमें 771 पुरुष और 80 महिलाएं थीं। सबसे ज्यादा 28 उम्मीदवार घोसी लोकसभा क्षेत्र में और सबसे कम चार प्रत्याशी कैसरगंज लोकसभा क्षेत्र में थे। मंगलवार को लखनऊ पूर्व, ददरौल (शाहजहांपुर), गैंसड़ी (बलरामपुर) तथा सोनभद्र जिले के दुद्धी (आरक्षित) विधानसभा क्षेत्रों में हुए उपचुनावों की भी मतगणना होगी। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुसार मतगणना सीसीटीवी निगरानी में होगी। कुमार ने कहा कि विजय जुलूस की अनुमति नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में सभी सात चरणों के दौरान कहीं से भी चुनाव संबंधी हिंसा की कोई जानकारी सामने नहीं आई है। डीजीपी ने बताया कि सभी जिलों में धारा 144 लागू की गयी है।
उन्होंने कहा कि किसी को भी विजय जुलूस की अनुमति नहीं दी गयी है और अगर कोई निर्देशों का उल्लंघन करेगा तो कार्रवाई की जाएगी। अधिकारियों ने बताया कि सोशल मीडिया पर प्रसारित भ्रामक खबरों और अफवाहों पर त्वरित खंडन करने व सत्य का पता लगाकर तत्काल कार्यवाही करने के दृष्टिगत प्रत्येक पुलिस आयुक्तालय व जिलों में सोशल मीडिया प्रकोष्ठ को प्रभावी करते हुए 24 घंटे निगरानी की जा रही है। डीजीपी ने बताया कि सुचारू रूप से मतगणना करने के लिए पर्याप्त संख्या में केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की भी तैनाती की गई है। उन्होंने कहा कि मतगणना स्थल की सुरक्षा के लिए तीन स्तरीय व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि सुरक्षा का पहला स्तर मतगणना स्थल से 100 मीटर की परिधि में होगा जहां स्थानीय पुलिस बल तैनात रहेगा, जबकि सुरक्षा का दूसरा स्तर मतगणना स्थल के गेट पर होगा और जहां राज्य पुलिस बल तैनात रहेगा। सुरक्षा का तीसरा स्तर मतगणना हॉल के लिए होगा जो अर्धसैनिक बलों की निगरानी में रहेगा। डीजीपी ने बताया कि प्रदेश में सकुशल मतगणना के लिए अपर पुलिस अधीक्षक स्तर के 160 अधिकारी, पुलिस उपाधीक्षक 476, निरीक्षक-2248, उप निरीक्षक-12883, मुख्य आरक्षी-20876, आरक्षी-50697, होमगार्ड-6149, सीएपीएफ-145 कंपनी और पीएसी की 102 कंपनी का व्यवस्थापन किया गया है।