केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सोमवार को प्रयागराज महाकुंभ में पहुंचकर संगम में संतों के मंत्रोच्चार के बीच आस्था की डुबकी लगाई। उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। केंद्रीय गृह मंत्री शाह सोमवार को महाकुंभ के पवित्र स्नान के लिए त्रिवेणी संगम पहुंचे। शाह की पत्नी सोनल शाह, बेटे जय शाह और उनकी पत्नी ऋषिता तथा उनके बच्चों ने महाकुंभ में अनुष्ठान किए। शाह ने दोपहर करीब एक बजे डुबकी लगाई, ‘जल आचमन’ किया, सूर्य को जल अर्पित किया और कुछ शीर्ष संतों के मार्गदर्शन में अन्य अनुष्ठान किए। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी वीआईपी घाट पर डुबकी लगाई।
पहले वह शाह के साथ थे लेकिन जब वरिष्ठ भाजपा नेता डुबकी लगा रहे थे, तो आदित्यनाथ समूह के पीछे चले गए। जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरि ने आदित्यनाथ से अनुष्ठान में शामिल होने के लिए कहा और मुख्यमंत्री फिर से आगे आए। अमित शाह के बेटे जय शाह ने संगम पर ‘आरती’ सहित अनुष्ठानों में भाग लिया। शीर्ष संतों ने जय शाह और ऋषिता के हाल ही में जन्मे बच्चे को भी आशीर्वाद दिया। उनकी बड़ी बेटी आरती के दौरान उनके साथ थी। इस अवसर पर मौजूद संतों में योग गुरु रामदेव भी शामिल थे। इससे पहले प्रयागराज पहुंचने पर शाह का हवाई अड्डे पर स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक ने किया।
भाजपा की राज्य इकाई के प्रमुख भूपेंद्र चौधरी सहित पार्टी के अन्य नेता भी हवाई अड्डे पर मौजूद थे। दोपहर करीब 12 बजे शाह गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर अरैल स्थित वीआईपी घाट पहुंचे। मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के साथ शाह ने जूना पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर आचार्य अवधेशानंद गिरि जी महाराज और कुछ अन्य शीर्ष संतों के साथ एक घाट पर बातचीत की। शाह के दौरे के दौरान मेला क्षेत्र और प्रयागराज में अभूतपूर्व सुरक्षा व्यवस्था की गई थी। मेला क्षेत्र को पूरी तरह से वाहन निषेध क्षेत्र घोषित किया गया था, वहीं प्रयागराज शहर में कई स्थानों पर मार्ग परिवर्तन किया गया था, जिससे स्थानीय लोगों और तीर्थयात्रियों पर असर पड़ा।
इससे पहले केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने और संत जनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुकता प्रकट की। शाह ने सोशल मीडिया मंच “एक्स” पर एक पोस्ट में कहा “’महाकुंभ’ सनातन संस्कृति की अविरल धारा का अद्वितीय प्रतीक है। कुंभ समरसता पर आधारित हमारे सनातन जीवन-दर्शन को दर्शाता है।” उन्होंने आगे कहा “आज धर्म नगरी प्रयागराज में एकता और अखंडता के इस महापर्व में संगम स्नान करने और संत जनों का आशीर्वाद लेने के लिए उत्सुक हूँ।” महाकुंभ 13 जनवरी से शुरू हुआ है और 26 फरवरी तक चलेगा।