बरेलवी मसलक के मानने वालों की आस्था के प्रमुख केंद्र आला हजरत की दरगाह पर रविवार को उर्स-ए-रजवी का आगाज हो गया। दरगाह के मीडिया प्रभारी नासिर कुरैशी ने बताया कि आज बरेली के इस्लामिया मैदान में रज़वी परचम मुख्य गेट पर फहरा दिया गया। इसके साथ ही इस तीन दिवसीय उर्स का बाकायदा आगाज़ हो गया। उन्होंने बताया कि नारे तकबीर और मसलक-ए-आला हज़रत ज़िंदाबाद के नारों के बीच दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) ने सज्जादानशीन मुफ़्ती अहसन मियां और देश-दुनिया से आये उलमा की मौजूदगी में आयोजन का परचम फहराने की रस्म अदा की। कुरैशी ने बताया कि इस 105वें उर्स-ए-रजवी में भारत के विभिन्न हिस्सों के साथ-साथ ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, मलावी, नेपाल और श्रीलंका के ज़ायरीन भी हिस्सा लेने के लिए पहुंच रहे हैं। उन्होंने बताया कि उर्स की सभी रस्में दरगाह प्रमुख हज़रत मौलाना सुब्हान रज़ा खान (सुब्हानी मियां) की सरपरस्ती व सज्जादानशीन मुफ्ती अहसन रज़ा क़ादरी (अहसन मियां) की अध्यक्षता में दरगाह परिसर व इस्लामिया मैदान में अदा की जा रही है।