लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान मंडल के शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को वित्त वर्ष 2023-24 के लिए 28,760.67 करोड़ रुपये का अनुपूरक बजट पारित किया गया। विधानमंडल के दोनों सदनों विधानसभा और विधान परिषद को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया। विधानसभा और विधान परिषद में उत्तर प्रदेश विनियोग (2023-2024 का अनुपूरक बजट) विधेयक, 2023 सत्ता पक्ष के सदस्यों का बहुमत होने से शुक्रवार को पारित किया गया। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सदन में प्रस्ताव के पक्ष में बहुमत होने पर अनुपूरक बजट पारित करने की घोषणा की।
इसके पहले वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए अनुपूरक बजट पारित करने का प्रस्ताव सदन के समक्ष रखा। अध्यक्ष ने अनुपूरक बजट के पक्ष में सदस्यों की संख्या अधिक होने से इसे पारित करने की घोषणा की। अध्यक्ष ने विधानसभा अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा की। विधानसभा में शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन बुधवार को वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने अनुपूरक बजट पेश किया था। खन्ना ने कहा था कि प्रस्तुत अनुपूरक मांगों का कुल आकार 28,760.67 करोड़ रुपये है। विधान परिषद में सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने उत्तर प्रदेश विनियोग (2023-2024 का अनुपूरक बजट) विधेयक, 2023 के पक्ष में सदस्यों की संख्या अधिक होने से इसे पारित करने की घोषणा की।
शुक्रवार शाम को विधान परिषद के सभापति ने नेता सदन व उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के प्रस्ताव पर विधान परिषद की बैठक अनिश्चितकाल के लिये स्थगित करने की घोषणा की। विधानसभा के प्रमुख सचिव प्रदीप कुमार दुबे ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर बताया कि उप्र की 18वीं विधानसभा का वर्ष 2023 का तृतीय सत्र जो 28 नवंबर से शुरू हुआ और एक दिसंबर, 2023 तक चला उसकी समाप्ति कर अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया है।