उत्तर प्रदेश विधान परिषद के मानसून सत्र के पहले दिन मणिपुर में महिलाओं के प्रति अपराधों के मुद्दे पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सदस्यों के हंगामे के कारण प्रश्नकाल नहीं हो सका। पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होते ही सपा सदस्य लाल बिहारी यादव तथा पार्टी के अन्य सदस्यों ने उत्तर प्रदेश और पूरे देश में महिलाओं के कथित उत्पीड़न का मुद्दा उठाया। सभापति कुंवर मानवेंद्र सिंह ने प्रश्नकाल के बाद इस मुद्दे को उठाने को कहा लेकिन सपा सदस्य नहीं माने। सपा सदस्य नरेश उत्तम पटेल ने कहा, ”मणिपुर की घटना को लेकर पूरा देश शर्मसार हो गया है।
उत्तर प्रदेश में हत्या, डकैती, लूट और महिलाओं के साथ लगातार छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही हैं। सभापति ने कहा कि वह शून्य काल में इस मुद्दे को सुनेंगे। उन्होंने कहा, प्रश्न प्रहर भी विपक्ष का ही होता है। अगर आपको सरकार से अपने प्रश्नों के उत्तर नहीं चाहिए तो किसी को कोई आपत्ति नहीं है। इसके बाद सपा के सदस्य हाथों में तख्ती लिए नारेबाजी करते हुए सदन के बीचोबीच आ गए। सभापति ने सपा सदस्यों से अपने-अपने स्थान पर जाने का आग्रह किया लेकिन हंगामा थमते न देख उन्होंने सदन की कार्यवाही स्थगित कर दी और इसकी वजह से प्रश्न काल नहीं हो सका।