लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को आरोप लगाया कि राज्य में सत्तारूढ़ भाजपा से जुड़े लोग किसानों से जमीन छीन रहे हैं। उन्होंने भाजपा को ”अयोध्या में उसकी हार जैसी चुनावी हार की चेतावनी दी।” यादव ने झांसी से आये किसानों और मजदूरों के प्रतिनिधिमंडल से पार्टी राज्य मुख्यालय पर मुलाकात करने के बाद संवाददाताओं से बातचीत में आरोप लगाया कि विकास और कारोबार के लिए किसानों की जमीन छीनी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी की मांग है कि किसानों को बाजार भाव मिलना चाहिए और दबाव बनाकर किसी भी सहमति के कागज पर दस्तखत नहीं कराये जाने चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी भूमि अधिग्रहण कानून ला रही थी, जिससे किसानों की जमीन छिनी जा सके। उन्होंने आरोप लगाया ”आज भी भाजपा के लोग ही जमीन छीन रहे हैं।” यादव ने 2024 के लोकसभा चुनाव में फैजाबाद में भाजपा की हार की ओर परोक्ष तौर पर इशारा करते हुए कहा, ”भारतीय जनता पार्टी को याद रखना चाहिए कि भगवान प्रभु श्रीराम जी की धरती पर जो उन्होंने भेदभाव किया था। अयोध्या के लोगों और गरीबों की जमीन भाजपा के लोगों ने छीनी थी। उसी का परिणाम यह हुआ कि प्रभु श्रीराम जी ने भाजपा को अयोध्या की धरती से चुनाव हरा दिया था और उससे पूरे देश में संदेश गया था कि अब सांप्रदायिक राजनीति का अंत होगा।” बुंदेलखंड में रक्षा विनिर्माण पर भाजपा के वादों को लेकर उस पर निशाना साधते हुए यादव ने कहा, ”उन्होंने कहा था कि वे इस क्षेत्र में मिसाइल और लड़ाकू विमान बनाएंगे, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
मैं झांसी के लोगों से भी कहूंगा कि भाजपा को सबक सिखाएं। पूरे बुंदेलखंड के लोग सबक सिखाएं। आज अगर गोला-बारूद, तोप, गोली और बंदूक बन गये होते तो हमें बाहर से कुछ भी नहीं मांगना पड़ता। हमारे बुंदेलखंड में मिसाइल बन गई होतीं तो हमें रूस से मिसाइल ना मंगवानी पड़ती। दूसरे देशों की तरफ ना देखना पड़ता। सुनने में आ रहा है कि किसी भी जगह पर उन्होंने सुतली बम भी नहीं बनाया है, मगर किसानों की जमीन ले ली।” यादव ने सुरक्षा जैसे विषय को लेकर भी भाजपा के अंदर कोई गंभीरता नहीं होने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी को कैसे मालूम है कि जंग होने जा रही है? उन्होंने दावा करते हुए कहा कि भाजपा के मीडिया प्रकोष्ठ से कहा गया है कि वालंटियर चाहिए जो लोगों की मदद करें, आखिर उसे कैसे पता कि जंग होने जा रही है? यह सोचने की बात है। उन्होंने कहा कि सुरक्षा जैसे विषय को लेकर भी भाजपा के अंदर कोई गंभीरता नहीं है। उन्होंने कहा कि यह कोई दिखावटी प्रदर्शन का समय नहीं है। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय द्वारा राफेल विमान को लेकर ‘नींबू—मिर्च’ वाली टिप्पणी किये जाने से जुड़े एक सवाल पर यादव ने कहा, ”जब सबने आश्वासन दे दिया कि हम सरकार के हर निर्णय के साथ हैं, इसलिए पुराने सवाल नहीं किये जाने चाहिए। हालांकि मुझे कांग्रेस पार्टी के बारे में नहीं कहना है। हम सबने मिलकर सरकार को यही भरोसा दिलाया है कि आप ठोस कदम उठाइए। हम आपके साथ हैं।” यादव ने आगरा में एक सर्राफा व्यवसायी की हत्या की घटना से संबंधित मीडिया में आयी खबरों की निंदा की और आरोप लगाया कि ”सरकार ने एक विशेष जाति, विशेष रूप से समाजवादियों को बदनाम करने के लिए जानबूझकर गलत नाम चलवाया।
अगर सरकार को मुठभेड़ में मारे गए व्यक्ति का असली नाम भी नहीं पता तो क्या यह फर्जी मुठभेड़ नहीं है?” उन्होंने उस अधिकारी को निलंबित करने की मांग की, जिसने कथित तौर पर पत्रकारों को गलत जानकारी दी थी और इसे ”चरित्र हनन के उद्देश्य से किया गया आपराधिक कृत्य” बताया। यादव ने एक सवाल पर कहा, ”अगर भारतीय जनता पार्टी की सरकार लखनऊ स्थित जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय केंद्र (जेपीएनआईसी) को बेचना चाहती है तो हम उसे खरीदना चाहते हैं क्योंकि उससे हमारा विचारात्मक जुड़ाव भी है। मैं प्रदेश और देश के समाजवादियों से अपील करूंगा कि वह हमें चंदा भी दें। हम इसे खरीदना चाहते हैं।” उन्होंने भ्रष्टाचार के मुद्दे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधते हुए कहा, ”आदरणीय मुख्यमंत्री योगी जी बहुत ही ईमानदार हैं। हमारे मुख्यमंत्री योगी जी सच के अलावा कुछ नहीं बोलते हैं। जाने वाले की तारीफ करते रहो, वह जाने वाले हैं। आपको नहीं पता? वह तो सबको पता है।” यादव ने आरोप लगाया कि समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर फर्जी मुकदमे दर्ज किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा, ”ये मामले वे ही लोग दर्ज करवा रहे हैं जो घबराये हुए लोग हैं, जिन्हें चुनाव हारना निश्चित है। उन्हें कोई भी गणित चुनाव नहीं जिता सकता।” उन्होंने पहलगाम आतंकवादी हमले के पीड़ितों के परिवारों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उन्हें “शहीद” का दर्जा देने की मांग भी दोहरायी।