लखनऊ। समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव ने बहराइच जिले में हुई सांप्रदायिक हिंसा को बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व वाली उत्तर प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि जब ”इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया” जा रहा था तो वहां ”कोई पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं” थी। दुर्गा पूजा विसर्जन यात्रा के दौरान एक पूजा स्थल के बाहर कथित तौर पर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर बहराइच जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में रविवार को हिंसा भड़क गई थी, जिसमें स्थानीय निवासी राम गोपाल मिश्रा (22) की गोली लगने से मौत हो गई थी। इस घटना के बाद इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी हुई।
भीड़ ने मकानों, दुकानों, शोरूम, अस्पतालों और वाहनों में आग लगा दी। इसके बाद पुलिस ने अज्ञात दंगाइयों और कुछ नामजद आरोपियों के खिलाफ कई प्राथमिकी दर्ज कीं। यादव ने लखनऊ में संवाददाताओं से कहा, ”यह बहराइच प्रशासन और सरकार की विफलता है। वे अपराध को कतई बर्दाश्त नहीं करने की नीति और हर कार्यक्रम को बहुत शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने की बात करते हैं। तो जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, तब पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी?” उन्होंने कहा, ”क्या प्रशासन को पता नहीं था कि वहां कैसे और क्या हो रहा था?” इससे पहले सोमवार को भी यादव ने इसके लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया था।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा था, ”सरकार हिंसा का कारण जानती है। कनिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से कोई फायदा नहीं होगा। (दुर्गा प्रतिमा) यात्रा निकाले जाने के दौरान प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए था।” इस बीच, चार दिन के बाद बृहस्पतिवार को महराजगंज समेत बहराइच जिले में इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं। अधिकारियों के अनुसार, पुलिस ने हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के सिलसिले में अब तक 12 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है।