राजनीति में भी जलवायु परिवर्तन की चर्चा जोरों पर है : अखिलेश यादव

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प्रतापगढ़। समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष एवं उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने लोकसभा चुनाव में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 143 सीट भी मुश्किल से मिलने का दावा करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि राजनीति में भी जलवायु परिवर्तन की चर्चा जोरों पर है। यादव ने प्रतापगढ़ में आयोजित एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, ‘जलवायु परिवर्तन के मुद्दे की तरह राजनीति में भी जलवायु परिवर्तन पर चर्चा जोर पकड़ रही है। देश की 140 करोड़ जनता के कारण भाजपा को विपक्ष के हाथों 400 सीट का नुकसान होगा। उसे 543 सीट वाली संसद में 143 सीट भी मुश्किल से मिलती दिखाई दे रही हैं।’

उन्होंने कहा, ‘सत्तारूढ़ दल के खिलाफ लोगों का गुस्सा बढ़ रहा है और उत्तर प्रदेश में सातवें चरण के मतदान तक लोगों का गुस्सा सातवें आसमान पर होगा।’ सपा अध्यक्ष ने कहा, ‘इससे पहले मैंने कहा था कि भाजपा क्योटो वाली (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की वाराणसी सीट) को छोड़कर सभी सीट हारने जा रही है, लेकिन समय के साथ ऐसा लगता है कि यह सीट भी उनके हाथ से फिसल रही है। भाजपा को उत्तर प्रदेश की सभी 80 सीट पर हार मिलने वाली है।’ उन्होंने कहा कि इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस (इंडिया) में शामिल सपा और कांग्रेस ‘एक और एक 11’ हो गए हैं जिससे ‘दिल्ली वालों’ (केंद्र सरकार) के लिए तनाव पैदा हो गया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा अखिलेश और राहुल गांधी को ‘शहजादे’ कहे जाने पर सपा अध्यक्ष ने कहा, ”हम उन्हें शह भी देंगे और मात भी देंगे।’ जीआईसी मैदान में आयोजित रैली के लिए खासी भीड़ उमड़ी थी और कई युवा तंबू में लगी बल्लियों पर लटके दिखाई दिये। यादव ने मजाकिया लहजे में कहा कि इन युवाओं में शारीरिक परीक्षा पास करने और सशस्त्र बल में नौकरी पाने की पूरी क्षमता है। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव के बाद केन्द्र में ‘इंडिया’ गठबंधन की सरकार बनी तो अग्निवीर योजना को खत्म करके फौज में पक्की नौकरी दी जाएगी। मंच पर कांग्रेस नेता आराधना मिश्रा मोना और उनके पिता प्रमोद तिवारी भी मौजूद थे।

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