मेरठ से दिल्ली तक दौड़ेगी रैपिड रेल, तय हो गया किराया, जानें कहां कितने देने होंगे पैसे

0
92

गाजियाबाद। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर में संचालित की जाने वालीं रैपिडएक्स ट्रेन में साहिबाबाद से दुहाई डिपो का एक तरफ का किराया 50 रुपये जबकि इसी रूट पर प्रीमियम डिब्बे में किराया 100 रुपये होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 20 अक्टूबर को प्राथमिकता खंड का उद्घाटन करेंगे और 21 अक्टूबर से इस पर यात्रियों के लिए ट्रेन का संचालन शुरू हो जाएगा। रैपिडएक्स ट्रेन में सीसीटीवी कैमरों, आपातकालीन दरवाजों और ट्रेन ऑपरेटर के साथ संवाद करने के लिए एक बटन जैसी सुरक्षा सुविधाओं से लैस होंगी। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कॉरिडोर के 17 किलोमीटर लंबे प्राथमिकता वाले खंड के उद्घाटन से पहले बुधवार को रैपिडएक्स ट्रेन का मीडिया के सामने पूर्वावलोकन आयोजित किया गया।

राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) द्वारा रैपिडएक्स नाम की सेमी-हाई-स्पीड क्षेत्रीय रेल सेवा के लिए ‘रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम’ (आरआरटीएस) गलियारे का निर्माण कराया जा रहा है। एनसीआरटीसी केंद्र सरकार और दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और उत्तर प्रदेश की सरकारों का एक संयुक्त उपक्रम है। ये ट्रेन ओवरहेड लगेज रैक, वाई-फाई और हर सीट पर एक मोबाइल और लैपटॉप चार्जिंग सॉकेट जैसी यात्री सुविधाओं के अलावा कई सुरक्षा सुविधाओं से भी लैस हैं। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि हर कोच में लगभग छह सीसीटीवी कैमरे हैं और इस कॉरिडोर पर यात्रियों की सुरक्षा एक प्राथमिकता है। डिब्बों में अन्य सुविधाओं में एक आपातकालीन दरवाजा, स्वास्थ्य संबंधी समस्या या अन्य प्रकार की आपात स्थिति के मामले में ट्रेन ऑपरेटर से बात करने के लिए एक बटन और आग बुझाने वाले यंत्र शामिल हैं।

अधिकारी ने बताया कि ट्रेन के ‘प्रीमियम कोच’ में एक ट्रेन अटेंडेंट मौजूद रहेगा, लेकिन वह अन्य डिब्बों में भी घूम सकता है। आपात स्थिति में उससे संपर्क किया जा सकता है। बेहतर सुरक्षा के लिए, प्रत्येक आरआरटीएस स्टेशन पर ‘प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर’ (पीएसडी) मौजूद होगा। ये पीएसडी, आरआरटीएस ट्रेन के दरवाजों और सिग्नल प्रणाली के साथ जुड़े हैं। आपातकालीन स्थिति में स्टेशन अधिकारियों से संपर्क करने के लिए यात्री प्लेटफ़ॉर्म स्तर पर सीधे हेल्प कॉल प्वाइंट का उपयोग कर सकते हैं। अधिकारियों ने बताया कि यात्री रैपिडएक्स कनेक्ट मोबाइल एप्लिकेशन के माध्यम से आपातकालीन सहायता का भी लाभ उठा सकते हैं। एनसीआरटीसी को दिल्ली और मेरठ के बीच भारत के पहले आरआरटीएस के निर्माण की देखरेख का काम सौंपा गया है। पूरे 82.15 किलोमीटर लंबे दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस को जून 2025 तक चालू करने का लक्ष्य है।

Previous articleसीएम योगी की बड़ी घोषणा, गोरखपुर में बनेगा पशु चिकित्सा विज्ञान महाविद्यालय
Next articleश्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट को केंद्र सरकार से मिली एफसीआरए मंजूरी, जानें क्या मिलेगा लाभ

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here