कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाद्रा ने उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों के प्रदर्शन की ओर ध्यान दिलाते हुए शुक्रवार को कहा कि पेपर लीक की चर्चा प्रदेश के गांव-गांव में हो रही है, लेकिन सरकार सो रही है। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में 17 और 18 फरवरी को हुई पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र कथित तौर पर लीक होने के विरोध में प्रतियोगी छात्रों का आंदोलन शुक्रवार को जारी रहा। इनकी मांग है कि यह परीक्षा निरस्त की जाए तथा उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष संजय श्रीनेत को हटाया जाए। प्रियंका गांधी ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ”फिर से परीक्षा, फिर से परीक्षा….बस एक बार सोच कर देखिए- 50 लाख से अधिक युवाओं ने फॉर्म भरा। ये प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी परीक्षा थी। 400 रुपये का एक फॉर्म था। 48 लाख एडमिट कॉर्ड (प्रवेश पत्र) जारी हुए और परीक्षा के पहले पेपर लीक हो गया। क्या बीत रही होगी बच्चों पर? उनके परिवारों पर? उन्होंने कहा कि ऐसा ही समीक्षा अधिकारी की परीक्षा में हुआ और पेपर लीक हो गया।
प्रियंका गांधी ने कहा, ”उत्तर प्रदेश के एक-एक गांव में यह चर्चा हो रही है। सरकार सो रही है। लड़के-लड़कियां इलाहाबाद, मेरठ से लखनऊ तक चीख-पुकार-प्रदर्शन कर रहे हैं और पुन: परीक्षा की मांग कर रहे हैं। सरकार उन्हें अपमानित कर रही है, लाठियों से पिटवा रही है।” उन्होंने सवाल किया कि कौन कराता है ये पेपर लीक? कैसे होता है ये पेपर लीक? क्या चांद-मंगल पर जाने वाला हमारा देश एक फुलप्रूफ (त्रुटिहीन) परीक्षा नहीं करा सकता कि एक युवा की मेहनत चोरी न हो, उसके भविष्य पर डाका न पड़े?