प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरखपुर स्थित गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह के समापन अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने की संभावना है। गीता प्रेस के प्रबंधक लालमणि त्रिपाठी ने बृहस्पतिवार को बताया कि प्रधानमंत्री ने शताब्दी समारोह के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है। हालांकि, प्रबंधन ने 30 मई को यह कार्यक्रम रखने का अनुरोध किया है, लेकिन तिथि के निर्धारण पर अंतिम निर्णय प्रधानमंत्री कार्यालय लेगा। उन्होंने बताया कि गोरखपुर में गीता प्रेस की स्थापना 29 अप्रैल 1923 को जयदयाल गोयनका ने गीता से निकले ज्ञान का प्रसार करने के लिए की थी।
पिछले साल चार जून को तत्कालीन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने गीता प्रेस के शताब्दी वर्ष समारोह का उद्घाटन किया था। त्रिपाठी ने बताया कि प्रेस समापन समारोह में शिव महापुराण के विशेष अंक के विमोचन की तैयारी कर रहा है। गीता प्रेस कम से कम कीमत पर सनातन साहित्य का प्रसार करने का प्रयास करते हुए अपने प्रकाशनों को उनकी लागत से कम कीमत पर बेचता है। इस प्रेस ने अब तक 92 करोड़ पुस्तकें प्रकाशित की हैं।