लखनऊ। यूपी के उन्नाव में दो महीने पहले गायब हुई दलित युवती की हत्या के बाद उसका शव सपा के पूर्व मंत्री के प्लाट से मिलने के बाद यूपी की सियासत और गरमा गई है। पहले युवती का अपहरण और फिर हत्या के मामले में समाजवादी पार्टी (सपा) के एक नेता का नाम उछाले जाने पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सपा के खिलाफ हमला तेज कर दिया है।
एक तरफ बसपा अध्यक्ष मायावती ने इस मामले में सरकार से तुरंत पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिये दोषियों के ख़िलाफ़ सख़्त कार्रवाई करने की मांग की है। वहीं, उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने भी ये मुद्दा उठाते हुए भरोसा दिलाया है कि पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। मायावती ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा, उन्नाव जिले में सपा नेता के खेत में दलित युवती का दफनाया हुआ शव बरामद होना अति-दुःखद व गंभीर मामला। परिवार वाले पहले से ही उसके अपहरण व हत्या को लेकर सपा नेता पर शक कर रहे थे। राज्य सरकार पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए दोषियों के खिलाफ तुरन्त सख्त कानूनी कार्रवाई करे। गौरतलब है कि हाल ही में उन्नाव जिले की इस सनसनीखेज़ वारदात के बाद से राजनीति भी गरमा गई है। भाजपा और बसपा ने इस मामले में सपा पर निशाना साधा है।
भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष मौर्य ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर अपराधियों को संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कहा, अखिलेश यादव जी सपा नेता के खेत में दलित बेटी का शव बरामद, जब बेटी की माँ आपकी गाड़ी के सामने गिड़गिड़ा रही थी तो उनकी बात नहीं सुनना और सपा नेता का संरक्षण करोगे, नई सपा में सपाइयों का हर घिनौना अपराध माफ करोगे। उन्होंने इस मामले में सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए भरोसा दिलाया कि घटना की जांचकर दोषी को दंड और पीड़ित को न्याय दिलाने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी।