कासगंज। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के पहले चरण में भाजपा को भारी मत मिलने का दावा करते हुए शुक्रवार को कहा कि इससे बौखलाए विपक्षी नेता अभी से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने लगे हैं। मोदी ने कासगंज में आयोजित चुनावी रैली में दावा किया कि बृहस्पतिवार को उत्तर प्रदेश में पहले चरण के चुनाव में बड़ी संख्या में लोगों ने घर से निकल कर प्रदेश को सुरक्षित रखने और उसके विकास के लिए भारी मात्रा में भाजपा को वोट दिया है। जो रुझान आए हैं वह बता रहे हैं कि पहले चरण में भाजपा का परचम लहरा रहा है।
उन्होंने तंज करने के लहजे में विपक्षी दलों के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा घोर परिवारवादी लोगों को यह बात पता चल गई है कि उनकी नैया डूब चुकी है इसलिए उन्होंने अभी से इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन और चुनाव आयोग पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। जैसे एक निराश खिलाड़ी अंपायर पर गुस्सा उतारता है। प्रधानमंत्री ने सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव पर उनका नाम लिए बगैर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि अफवाह फैलाने की प्रवृत्ति वाले परिवारवादी लोग पूरी कोशिश कर रहे थे कि कोरोना का मुफ्त टीका गरीब परिवारों को ना मिले, लेकिन डबल इंजन की सरकार ने उनके इरादों को सफल नहीं होने दिया। मोदी ने आरोप लगाया कि विरोधी लोग सोचते थे कि कोविड-19 महामारी की वजह से उत्तर प्रदेश में भुखमरी आएगी और वे अपनी राजनीतिक रोटियां सेकेंगे, लेकिन महामारी के समय में सरकार हर गरीब को पिछले कई महीनों से मुफ्त राशन दे रही है।
उन्होंने कहा विकास करने के लिए दिन-रात मेहनत करनी पड़ती है और ऐसा नहीं होता कि चार साढ़े चार साल मौज मस्ती करते रहो और चुनाव के छह महीने पहले आकर लोगों को भड़काने की कोशिश करो। कानून व्यवस्था के मुद्दे को लेकर पिछली सरकारों पर हमला करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, मान लीजिए आपके पास बंगला है, गाड़ी है, खेत-खलिहान… सब कुछ है। कोई दुख नहीं है, लेकिन सुबह उत्साह के साथ घर से गए बेटे की कोई हत्या कर दे तो क्या उस बंगले, व्यापार और खेत खलिहान का कोई उपयोग है? तो गुंडागर्दी और माफिया राज बंद होना चाहिए कि नहीं…यही काम योगी जी ने किया है।