प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कांग्रेस पर भगवान राम का अपमान करने का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कहा कि यह पार्टी तुष्टीकरण के दलदल में इतना डूब गई है कि उससे कभी बाहर नहीं निकल सकती। मोदी ने पीलीभीत में आयोजित चुनावी रैली में कांग्रेस और विपक्षी गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया’) पर तीखे प्रहार किये। उन्होंने कहा, “सपा और कांग्रेस के इंडी गठबंधन को भारत की विरासत की परवाह ही नहीं है। 500 साल के इंतजार के बाद अयोध्या में भव्य राम मंदिर बना। इंडी गठबंधन वालों को राम मंदिर के निर्माण से पहले भी नफरत थी और आज भी नफरत है। आपने मंदिर बनने से रोकने के लिए अदालत में जो करना था, कर लिया। मंदिर ना बने इसके लिए आपने लाख कोशिश भी कर ली। लेकिन देश की जनता ने पाई पाई देकर इतना भव्य मंदिर बना दिया। जब आपके सारे गुनाह माफ करके आपको प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में सम्मानपूर्वक निमंत्रित किया गया तो आपने निमंत्रण ठुकरा दिया। आपने प्रभु राम का अपमान कर दिया।
मोदी ने किसी का नाम लिए बगैर कहा, “मैं समझ नहीं पाता कि उनके मन में इतना जहर क्यों भरा है? उनकी पार्टी से जो लोग प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में गए, उनको छह साल के लिए पार्टी से निकाल दिया गया। क्या ऐसा कभी हिंदुस्तान में हो सकता है कि कोई राम की पूजा करे इसलिए उसे पार्टी से निकाल दो? यह कैसी पार्टी है? यह पाप करने वालों को कभी भूलिएगा नहीं।” प्रधानमंत्री ने विपक्ष पर हमला जारी रखते हुए कहा, “आज नवरात्रि के पहले दिन, शक्ति पूजा के पहले दिन मैं देश को यह भी याद दिला रहा हूं कि कैसे इंडी गठबंधन ने शक्ति को खत्म करने की सौगंध खाई है। आज देश भर में जिस शक्ति की पूजा हो रही है उस शक्ति का कांग्रेस ने घोर अपमान किया है। जिस शक्ति के आगे हम शीश झुकाते हैं उस शक्ति को उखाड़ फेंकने की बात यह कांग्रेस के नेता कर रहे हैं। शक्ति का कोई भी उपासक इंडी गठबंधन को इस अपमान के लिए माफ नहीं करेगा।” उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया, “तुष्टीकरण के दलदल में कांग्रेस इतना डूब गई है कि उससे कभी वह बाहर नहीं निकल सकती। कांग्रेस ने जो घोषणा पत्र बनाया है वह कांग्रेस का नहीं है। ऐसा लगता है कि यह मुस्लिम लीग का घोषणा पत्र है।