सैफई मेडिकल कॉलेज की नर्सिंग छात्रा का शव इटावा-सैफई रोड के पास पाया गया है। इटावा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) संतोष कुमार वर्मा ने कहा, ‘ऐसा प्रतीत होता है कि 20 वर्षीय छात्रा की हत्या की गई और फिर उसके शव को घटनास्थल पर फेंक दिया गया। उसकी गर्दन पर चोट के निशान थे। शव को कब्जे में ले कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया हैं। पुलिस के मुताबिक, महिला नर्सिंग कोर्स के तृतीय वर्ष की छात्रा थी। बृहस्पतिवार को दोपहर में जब वह कक्षा में नहीं आई तो उसकी सहेली ने वार्डन को सूचित किया। इसी बीच मेडिकल कालेज की छात्रा की कथित तौर पर हत्या होने और शव मिलने की खबर से आक्रोशित छात्र छात्राएं कालेज के परिसर में नारेबाजी करते हुए एकत्र हो गए तथा आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी की माँग को लेकर धरने पर बैठ गए।
वरिष्ठ अधिकारियों ने छात्रों को समझाने का प्रयास किया। पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने घटना को लेकर सरकार पर हमला बोला। अखिलेश ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, ‘सैफई विश्वविद्यालय में संदिग्ध परिस्थितियों में छात्रा की मौत अत्यंत गंभीर विषय है। यह उप्र में भाजपा के समय अपराध के ख़िलाफ़ ‘कतई बर्दाश्त नहीं’ की घोषित नीति के बेअसर हो जाने का एक और बेहद दुखद उदाहरण है। उन्होंने इस घटना की न्यायिक जांच कराए जाने की मांग की। उन्होंने प्रदर्शनकारी छात्रों का वीडियो साझा करते हुए ‘एक्स’ पर लिखा ‘इस कथित हत्या की न्यायिक जांच हो, ताकि बीएचयू और सैफई विश्वविद्यालय जैसी घटनाओं में लिप्त लोगों का सच सामने आ सके। भाजपा सरकार नारी का न मान बचा पा रही है, न उसकी जान।