अभिषेक उपाध्याय। पीएम मोदी के सांसद बनने के बाद काशी के विकास ने नई प्रतिमान स्थापित किए हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व और मार्गदर्शन में जो जो योजनाएं काशी में पूरी की गई हैं, वे पूरे देश के लिए एक मानक की तरह है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी को एक से बढ़कर एक सौगात दी है। स्पोर्टस कांप्लेक्स, सिगरा समेत काशी को 380 करोड़ की लागत से पूर्ण 14 परियोजनाएं काशी का कायाकल्प करने को तैयार हैं। रिंग रोड स्थित हरिहरपुर में निर्मित 90 करोड़ की लागत से तैयार आरजे शंकरा नेत्र चिकित्सालय भवन काशी के लिए आशीर्वाद साबित हुआ है।
यह परियोजनाएं काशी के विकास को नया आयाम देंगी। खिलाड़ियों को माडल स्पोर्ट्स कांप्लेक्स तो जनता को चिकित्सा समेत अन्य अत्याधुनिक सुविधाओं की भरमार मिल रही है। काशी में विश्वस्तरीय आई केयर सुविधा की स्थापना पर 110 करोड़ निवेश किया गया है। अस्पताल में नौ आपरेशन थिएटर के साथ अन्य जरूरी सुविधाएं हैं। हाई-टेक और आधुनिक मल्टीपल स्पेशियलिटीज होंगी जो मरीजों की आंखों की विभिन्न समस्याओं जैसे मोतियाबिंद, कार्निया, रेटिना, ग्लुकोमा, पीडियाट्रिक आप्थेल्मोलोजी, आक्युलोप्लास्टी, आई बैंक और कार्नियल ट्रांसप्लांट, क्लिनिकल एवं माइक्रो बायोलोजी लैबोरेटरी, फार्मेसी और आप्टिकल आदि के लिए आधुनिक सेवाएं उपलब्ध कराएंगे।
2014 में नरेन्द्र मोदी ने वाराणसी से नामांकन भरते हुए कहा था कि यहां मुझे न किसी ने भेजा है, न मैं यहां आया हूं, मुझे तो मां गंगा ने बुलाया है। काशी की तकदीर यहां से पलटनी शुरू हुई। नरेन्द्र मोदी का ये बयान काशी वासियों के दिल में ऐसा बैठा की आज 10 साल बाद भी काशी वासी उसे भूले नही हैं। पीएम मोदी ने खुद को प्रधान सेवक बताते हुए वाराणसी के कायाकल्प का जो बीड़ा उठाया था वो अब दुनिया के सामने मानक बन चुका है।
इन 10 सालों में काशी पर करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च किए गए हैं। काशी विश्वनाथ कॉरिडोर पर करीब 1000 करोड़ रुपए खर्च हुए. काशी में पर्यटन के आकार को विस्तार देने के लिए सारनाथ पर भी करीब 130 करोड़ रुपए खर्च किए गए। गंगा विहार के जरिए पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए गंगा में क्रूज बोट चलवाए गए। काशी विश्वनाथ, सारनाथ समेत तमाम योजनाओं में जिन श्रमिकों ने काम किया उनका भी प्रधानमंत्री ने सम्मान किया। उनका आदर किया। इन्हें बनाने वाले श्रमिकों के लिए भी 20 से ज्यादा योजनाएं चलाई गईं।
2019 में पीएम मोदी ने चुनावों के दौरान वाराणसी में कहा था कि 5 साल पहले जब मैंने काशी में कदम रखा तो कहा था कि मां गंगा ने मुझे बुलाया है। मैया ने मुझे इतना दुलार दिया, भाइयों और बहनों ने इतना प्यार दिया कि बनारस के फक्कड़पन में यह फकीर भी रम गया। जनता ने उन्हें भारी बहुमत से जीता कर फिर से पीएम पद की शपथ लेने भेज दिया। पीएम ने काशी के सांसद के तौर पर काशी का कायाकल्प कर दिया है।