सैफई स्थित आयुर्विज्ञान संस्थान के छात्रावास में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के एक छात्र का शव फांसी के फंदे से लटकता मिला। परिजनों ने छात्र की हत्या किये जाने का आरोप लगाया है। राज्य में मुख्य विपक्षी दल समाजवादी पार्टी (सपा) ने घटना की उच्च स्तरीय जांच और छात्र के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण) सत्यपाल सिंह ने पत्रकारों को बताया कि उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान संस्थान, सैफई के मेडिकल कॉलेज के शाक्यमुनि छात्रावास में शनिवार की देर शाम एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र हिमांशु गुप्ता (19) निवासी ज्ञान पुरम कॉलोनी थाना गोरखनाथ, जिला गोरखपुर का शव कमरे के पंखे से चादर के फंदे में लटका हुआ मिला। उन्होंने बताया कि सूचना पाकर छात्र के माता-पिता शिवाजी गुप्ता और डॉक्टर सरिता गुप्ता सुबह सैफई पहुंचे। पुलिस ने शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों के पैनल द्वारा पोस्टमार्टम कराया जाएगा।
छात्र की माँ डॉक्टर सरिता ने बेटे की हत्या किये जाने का आरोप लगाते हुए प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री से मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है। उन्होंने कहा कि हिमांशु के शरीर पर चोटों के कई निशान हैं। रक्षाबंधन त्यौहार के पश्चात हिमांशु 16 अगस्त की सुबह घर से अच्छी-भली हालत में कॉलेज लौटा था। इस बीच, समाजवादी पार्टी ने इस घटना की उच्च स्तरीय जांच कराने और पीड़ित परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवजा देने की मांग की है। पार्टी ने एक ट्वीट कर कहा है, ”इटावा के सैफई मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र गोरखपुर निवासी हिमांशु गुप्ता की संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु, अत्यंत दुखद! मृतक छात्र की मां ने हत्या का लगाया आरोप। घटना की हो उच्चस्तरीय जांच। मृतक छात्र के परिवार को एक करोड़ रुपए का मुआवज़ा दे सरकार।