बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने रविवार को दावा किया कि मौजूदा भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार के लिए सत्ता में वापसी आसान नहीं होगी बशर्ते ये चुनाव निष्पक्ष हों। सहारनपुर में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा, ”पिछले कुछ वर्षों से भाजपा और उसके सहयोगी केंद्र में और ज्यादातर राज्यों में सत्ता में हैं। इनकी जातिवादी, पूंजीवादी, संकीर्ण और द्वेषपूर्ण नीतियों और कार्यशैली एवं इनकी कथनी और करनी में अंतर के चलते इनके लिए केंद्र की सत्ता में लौटना आसान नहीं होगा, बशर्ते ये चुनाव निष्पक्ष हों।’
उन्होंने कहा, ”इन चुनावों में इनकी नाटकबाजी, जुमलेबाजी और गारंटी आदि काम नहीं करने जा रही है क्योंकि इस देश की जनता काफी हद तक यह समझ चुकी है कि लुभावने वादे और हवाहवाई गारंटी के उलट जमीनी स्तर पर एक चौथाई वादे भी पूरे नहीं किए गए।” बसपा प्रमुख ने कहा, ”ऐसा लगता है कि कांग्रेस की तरह भाजपा सरकार में ज्यादातर जांच एजेंसिंयों का राजनीतिकरण किया गया है।” मायावती ने सभा में जनता से कहा कि बसपा किसी भी पार्टी से गठबंधन के बजाय अपने दम पर चुनाव लड़ रही है। उनकी पार्टी ने जहां तक टिकट वितरण का संबंध है, समाज के सभी तबकों को उचित भागीदारी दी है। चुनाव कार्यक्रम के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के आठ संसदीय क्षेत्रों सहारनपुर, कैराना, मुजफ्फरनगर, बिजनौर, नगीना (आरक्षित), मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में प्रथम चरण के अंतर्गत 19 अप्रैल को मतदान होगा।
मतगणना चार जून को होगी। इससे पहले दिन में भाजपा पर परोक्ष हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि सत्तारूढ़ दल ने बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर को दिखावटी सम्मान दिया। यहां जारी एक बयान में मायावती ने किसी दल का नाम लिए बिना कहा, ”संकीर्ण चुनावी स्वार्थ के लिए बाबा साहेब का जितना दिखावटी सम्मान, उतना ही ज्यादा उनके अनुयायियों की उपेक्षा और तिरस्कार, जातिवादी पार्टियों और उनकी सरकारों की मुंह में राम, बगल में छूरी की कहावत को चरितार्थ करता है। यह आज भी जारी है और इस छलावे से सावधान रहने की बहुत जरूरत है।” कांग्रेस पर हमला करते हुए मायावती ने कहा, ”कांग्रेस का गरीबी हटाओ का नारा सही नीयत एवं नीति के अभाव में केवल चुनावी नारा बनकर पूरी तरह से विफल रहा और अब बहुजनों का यही बुरा हाल भाजपा सरकार में हो रहा है क्योंकि आसमान छूती महंगाई, गरीबी, बेरोजगारी और पिछड़ापन का अभिशाप लोगों के जीवन को बद से बदतर बना रहा है।” पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, ”इसलिए यह लोकसभा चुनाव वह सही समय है जब देश एवं जनहित में इन जरूरी बातों को ध्यान में रखकर मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करें ताकि देश में सही संवैधानिक सोच वाली बहुजन हितैषी सरकार बन सके, यही बाबा साहेब को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।” इससे पूर्व, मायावती ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कहा था, ”देश के करोड़ों ग़रीबों, शोषितों, वंचितों, उपेक्षितों के मसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर को आज उनकी जयन्ती पर शत्-शत् नमन् व अपार श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूं।