यूपी में इंसान को एक पक्षी से दोस्ती करना भारी पड़ गया। पक्षी के जाते ही इंसान पर वन विभाग ने केस दर्ज कर लिया। दरअसल राजकीय पक्षी सारस से दोस्ती कर चर्चा में आए आरिफ को वन विभाग ने वन्य जीव संरक्षण अधिनियम का हवाला देते हुए नोटिस जारी कर तलब किया है। संतोषजनक जवाब ना मिलने पर वन विभाग आरिफ के खिलाफ कार्यवाही कर सकता है। उधर, सारस का नया ठिकाना कानपुर प्राणि उद्यान बन गया है। शनिवार देर शाम नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान लखनऊ के डाक्टर और कर्मचारियों की निगरानी में सारस को समसपुर पक्षी विहार से कानपुर लाया गया और 15 दिन के लिये क्वारंटीन कर दिया गया।
अमेठी जिले के मंडखा निवासी आरिफ सारस से दोस्ती कर सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोर चुके हैं। सारस और आरिफ की दोस्ती को करीब से जानने के लिये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव पिछली पांच मार्च को आरिफ के घर पहुंच गये और तस्वीरों के जरिये उन्होने यह जानकारी ट्विटर के जरिये साझा की। यहीं से आरिफ के लिये मुश्किलें शुरू हो गई। नौ मार्च को उप प्रभागीय वनाधिकारी ने आरिफ को नोटिस जारी कर दिया। अभी नोटिस आरिफ तक पहुंची नही थी कि मुख्य वन संरक्षक के आदेश पर 21 मार्च को राजकीय पक्षी सारस को आरिफ से अलग कर रायबरेली के समसपुर पक्षी बिहार पहुंचा दिया गया।
आरिफ इस दर्द से उबर भी नहीं पाए थे कि अब वन विभाग के गौरीगंज रेंज के सहायक वनरक्षक रणवीर मिश्र की तरफ से जारी नोटिस सोशल मीडिया पर वायरल होने लगी। पूरे मामले की जांच सहायक वन संरक्षक रणवीर मश्रि को दी गई है। रणवीर मिश्र ने आरिफ को नोटिस जारी कर पूछतांछ के लिए दो अप्रैल 11 बजे अपने कार्यालय में तलब किया है। पूरे मामले को लेकर सहायक वनरक्षक रणवीर मिश्र ने बताया कि मोहम्मद आरिफ को वन विभाग की तरफ से एक नोटिस जारी की गई है और उन्हें प्रभागीय वन अधिकारी कार्यालय दो अप्रैल को बुलाया गया है। आरिफ और सारस के विषय को लेकर उनका पक्ष सुना जाएगा।