लखीमपुर खीरी। जिले के एक गांव में सोमवार को खंभे से लटके बिजली के हाईटेंशन तार की चपेट में आने से बाइक सवार एक युवक, उसकी विवाहित बहन और पांच वर्षीय भांजे की मौत हो गयी और दो अन्य झुलस गये। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर दुख प्रकट करते हुए शोकाकुल परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है और मृतकों के परिवारजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं। पुलिस अधिकारियों के अनुसार हैदराबाद कोतवाली क्षेत्र के हेमपुर गांव के पास एक बाइक के खंभे से लटके हाईटेंशन तार की चपेट में आने से एक युवक, उसकी विवाहित बहन और पांच वर्षीय भांजे की करंट लगने से मौत हो गई।
घटना में युवक की मां और तीन वर्षीय भांजी झुलस गई। गोला के उप जिलाधिकारी (एसडीएम) रत्नाकर मिश्रा ने पत्रकारों को बताया कि मृतकों की पहचान पीलीभीत जिले के बहादुरपुर गांव निवासी बबलू (21), उसकी बहन मंजू (28) और मंजू के बेटे अनमोल (पांच) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि इस हादसे में बबलू की मां बिंदिया और उसकी भांजी खुशी झुलस गई। दुर्घटना के तुरंत बाद मौके पर पहुंचे एसडीएम मिश्रा ने बताया कि घायलों को जिला अस्पताल ले जाया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। खीरी के जिलाधिकारी महेंद्र बहादुर सिंह और पुलिस अधीक्षक (एसपी) गणेश प्रसाद साहा भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल का निरीक्षण किया। महेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि खंभे से बिजली का तार जमीन पर लटका हुआ था।
उन्होंने कहा कि मुख्य अभियंता विद्युत दुर्घटना के कारणों की जांच करेंगे। पुलिस के अनुसार बबलू अपनी बहन मंजू, मां बिंदिया के साथ बच्चों को बाइक पर बिठाकर पीलीभीत वापस जा रहा था। हेमपुर गांव को पार करते समय बबलू को बिजली के खंभे से लटके तार का पता नहीं चल पाया और उसकी बाइक तार के संपर्क में आ गई, जिससे यह हादसा हुआ। बाइक भी मौके पर ही जल गई। स्थानीय अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद बिंदिया और खुशी को जिला अस्पताल ले जाया गया। मुख्यमंत्री कार्यालय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किये गये एक संदेश में कहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखीमपुर खीरी में बाइक के बिजली के तार के संपर्क में आने से हुए हादसे में जनहानि पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने शोकाकुल परिवारजनों के प्रति संवेदना व्यक्त की है। संदेश में कहा गया है कि मुख्यमंत्री ने संबंधित जिला प्रशासन और बिजली विभाग के अधिकारियों को मौके पर पहुंचकर राहत कार्य संचालित करने और घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। साथ ही, मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करने के भी निर्देश दिए हैं।