प्रयागराज जिले के घूरपुर थाना क्षेत्र में राजमार्ग के किनारे एक भूखंड पर बनी चारदीवारी और एक कमरा बुलडोजर से गिराने के आरोप में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के एक स्थानीय नेता और उसके साथियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस उपायुक्त (यमुना नगर) विवेक कुमार ने बताया कि पांच सितंबर को घूरपुर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि अज्ञात लोगों ने अभिषेक त्रिपाठी के भूखंड पर बने एक कमरे और चारदीवारी को बुलडोजर से गिरा दिया है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने उसी दिन मौके पर जाकर मुआयना किया और अभिषेक त्रिपाठी की तहरीर पर प्राथमिकी दर्ज की। इस मामले में दो व्यक्तियों की गिरफ्तारी की गई है। मौके पर खड़े बुलडोजर को जब्त कर लिया गया।
प्राथमिकी में अभिषेक त्रिपाठी का आरोप है कि पांच सितंबर को भाजपा नेता रईश चंद्र शुक्ला के गुर्गे अलंकार सिंह और चंद्रसेन ने लगभग 30 अज्ञात लोगों के साथ मिलकर जेसीबी मशीन से उनका मकान और दीवार गिरा दी और वे मकान में रखा सामान उठा ले गए। तहरीर के अनुसार, “अभिषेक त्रिपाठी का रईश चंद्र शुक्ला, उनके पुत्र संदीप शुक्ला, देवेंद्र सिंह, हर्षिता रौतेला, तापस केसरवानी और अभिषेक गुप्ता के साथ अदालत में मकान और जमीन का विवाद चल रहा है। एक सितंबर को रईश चंद्र शुक्ला ने अभिषेक त्रिपाठी को जान से मारने और मकान कब्जा करने की धमकी भी दी थी।” घूरपुर थाना के एसएचओ केशव वर्मा ने बताया कि अभिषेक त्रिपाठी की तहरीर पर रईश चंद्र शुक्ला, अलंकार सिंह, चंद्रसेन और 30 अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 191(2), 324(4), 305(ए) और 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया। अलंकार सिंह और अजय सिंह की गिरफ्तारी की गई है। रईश शुक्ला और चंद्रसेन मौके पर नहीं मिले। उल्लेखनीय है कि रईश चंद्र शुक्ला ने 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रयागराज की शहर दक्षिणी सीट से नंद गोपाल गुप्ता (नंदी) के खिलाफ समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। इस सीट से हारने के बाद में वह भाजपा में शामिल हो गए थे।