बलिया जिले के सुखपुरा थाना क्षेत्र के एक गांव से 10 साल पहले गुमशुदा एक व्यक्ति की अपनी पत्नी से अप्रत्याशित ढंग से हुई मुलाकात से सभी भावुक हो उठे। जिला अस्पताल के पास शुक्रवार को मोतीचंद वर्मा (45) और उनकी पत्नी जानकी देवी (43) के इस मिलन को देखकर लोगों की आंखें भर आयीं। ग्रामीणों के अनुसार, देवकली गांव के रहने वाले वर्मा की शादी 21 साल पहले जानकी देवी से हुई थी और उनके तीन पुत्र हैं। 2013 में वर्मा की मानसिक स्थिति कमजोर होने के बाद वह घर से बाहर निकले और कभी नहीं लौटे।
घटना के एक चश्मदीद ने बताया, जानकी देवी डॉक्टर से मिलने जिला अस्पताल जा रही थीं, उसी दौरान रास्ते में उन्होंने एक व्यक्ति को घायल अवस्था में सड़क किनारे पड़े देखा और तत्काल उन्हें पहचान लिया। जानकी देवी ने पत्रकारों को बताया, ”शुक्रवार को जब मैं अपने इलाज के लिए ई-रिक्शा से जिला अस्पताल जा रही थी तभी अचानक सड़क किनारे अर्धविक्षिप्त अवस्था में 10 वर्षों से बिछड़े अपने मोतीचंद को देखा। मैं भाव विभोर हो गयी। उन्होंने बताया, ”मेरे पति करीब दस साल पहले गुमशुदा हो गये थे। उनको अचानक सामने पाकर अपनी आंखों पर यकीन नहीं हो रहा था।