यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने शुक्रवार को कहा कि आपके अध्यापक में अगर क्वालिटी (गुणवत्ता) नहीं है, उनका रिसर्च वर्क (शोध कार्य) बेहतर नहीं है तो कोई भी विश्वविद्यालय आगे नहीं बढ़ सकता है। मोदीपुरम में स्थित कृषि विश्वविद्यालय के 15वें दीक्षांत समारोह में शुक्रवार को छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान करने के बाद अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा, भारतीय कृषि अब बदलाव की ओर है और कृषि शिक्षा के क्षेत्र में बेटियों की बढ़ती संख्या इसका प्रत्यक्ष उदाहरण है।
राज्यपाल ने लड़कियों के कृषि क्षेत्र में आगे आने को बड़ा बदलाव बताते हुए कहा कि सात-आठ साल पहले गिनती की लड़कियां कृषि की पढ़ाई में आती थीं, लेकिन आज 50 फीसदी लड़कियां कृषि के क्षेत्र में आ रही हैं, यह अच्छी बात है। पटेल ने कृषि शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर देते हुए किसानों को मोटा अनाज पैदा करने और उसके प्रयोग को प्रेरित करने के लिए अभियान चलाने की अपील की। उन्होंने कहा कि घरों में व्यंजन बनाने के लिए मोटे अनाज का उपयोग होना चाहिए। राज्यपाल ने जल प्रबंधन की भी अपील की और कहा कि जल बिना न तो कृषि हो सकती है और न ही जीवन बच सकता है, ऐसे में हम सभी को जल के बचाव के लिए प्रयास करने चाहिए।