गोला गोकर्णनाथ उपचुनाव : भाजपा उम्मीदवार अमन गिरि ने सपा को 34 हजार से ज्यादा वोटों से हराया

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लखीमपुर खीरी। यूपी के लखीमपुर खीरी जिले की गोला गोकर्णनाथ विधानसभा सीट के उपचुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रत्याशी अमन गिरि ने 34 हजार से अधिक मतों से जीत हासिल कर ली है। यह सीट अमन के पिता अरविंद गिरि के निधन के कारण रिक्त हुई थी। आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, गिरि ने अपने निकटतम प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी (सपा) के विनय तिवारी को करीब 34,298 मतों से पराजित किया। गिरि को कुल 1,24,810 वोट मिले। वहीं, तिवारी को 90,512 मत प्राप्त हुए। उपचुनाव जीतने के बाद अमन गिरि ने कहा कि वह अपने पिता के सपनों को पूरा करेंगे और क्षेत्र का विकास सुनिश्चित कराएंगे। उन्होंने गोला गोकर्णनाथ को ‘छोटी काशी’ के रूप में विकसित करने की घोषणा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का शुक्रिया अदा किया।

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और कांग्रेस ने इस उपचुनाव में अपने उम्मीदवार नहीं उतारे थे। लिहाजा मुख्य मुकाबला भाजपा उम्मीदवार अमन गिरि और समाजवादी पार्टी प्रत्याशी विनय तिवारी के बीच ही माना जा रहा था। इससे पहले, मतगणना कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह आठ बजे शुरू हुई। पीठासीन अधिकारी अनुराग सिंह ने बताया कि मतगणना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए 56 अधिकारियों को तैनात किया गया था। गोला गोकर्णनाथ सीट पर उपचुनाव के तहत पिछली तीन नवंबर को 57.35 फीसदी मतदान हुआ था। गोला गोकर्णनाथ विधानसभा क्षेत्र केंद्रीय गृह राज्यमंत्री अजय मिश्रा टेनी के संसदीय निर्वाचन क्षेत्र खीरी में आता है।

मिश्रा पिछले साल अक्टूबर में निघासन क्षेत्र के तिकोनिया में हुई हिंसा में चार किसानों समेत आठ लोगों की मौत के बाद विवादों में घिर गए थे। पिता के निधन के कारण अमन गिरि के पक्ष में सहानुभूति लहर होने के बावजूद भाजपा ने इस उपचुनाव में पूरा जोर लगाया और प्रदेश सरकार के कई मंत्रियों समेत 40 स्टार प्रचारकों ने मैदान में उतरकर भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान की अपील की। खुद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी गिरि के लिए जनसभा की थी। योगी ने अपने भाषण के दौरान गन्ना किसानों को उनका बकाया मूल्य जल्द से जल्द दिलाने, काशी विश्वनाथ की तर्ज पर क्षेत्र में छोटी काशी कॉरीडोर विकसित करने और मेडिकल कॉलेज बनाने का आश्वासन दिया था। उन्होंने लोगों से उपचुनाव में अमन गिरि को जिताने की अपील की थी, ताकि वह अपने पिता की विरासत को आगे बढ़ा सकें।

सपा की तरफ से पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल ने प्रचार अभियान की अगुवाई की थी। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने उपचुनाव में प्रचार नहीं किया था। हालांकि इस उपचुनाव के नतीजों का सरकार पर कोई असर नहीं पड़ेगा, मगर 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा और सपा के लिए यह अपनी-अपनी ताकत को आजमाने का मौका जरूर था। वर्ष 2012 से पहले, खीरी जिले में सात विधानसभा क्षेत्र मोहम्मदी, हैदराबाद, पैला, लखीमपुर, श्रीनगर, निघासन और धौरहरा थे। हालांकि, 2012 में परिसीमन के बाद मोहम्मदी, लखीमपुर, श्रीनगर, निघासन और धौरहरा सीटों को बरकरार रखा गया था, जबकि तीन नए निर्वाचन क्षेत्रों-कस्ता, पलिया और गोला गोकर्णनाथ को जोड़ा गया था। इस तरह खीरी जिले में अब आठ विधानसभा सीटें हैं।

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