जालौन जिले में पुलिस आरक्षी (सिपाही) की हत्या के आरोपी दो बदमाशों को पुलिस टीम ने रविवार को साझा अभियान में एक मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। उत्तर प्रदेश के विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) प्रशांत कुमार ने यहां जारी एक बयान में कहा कि जालौन के क्षेत्राधिकारी (सीओ), नगर के नेतृत्व में एसओजी, सर्विलांस, कोतवाली उरई और आटा थाने की संयुक्त पुलिस टीम ने जब सिपाही की हत्या के आरोपियों की उरई कोतवाली क्षेत्र के फैक्ट्री एरिया चौकी क्षेत्र में घेराबंदी की तो दोनों आरोपियों ने पुलिस के ऊपर गोलीबारी शुरू कर दी।
बयान के अनुसार, पुलिस ने भी आत्मरक्षा में जवाबी गोलीबारी की जिसमें थाना कोतवाली उरई के ग्राम राहिया निवासी कल्लू उर्फ रमेश तथा इसी थाना क्षेत्र के ग्राम सरसोखी निवासी रमेश को गोली लग गई। दोनों को उपचार के लिए तत्काल उरई के चिकित्सालय ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बयान के मुताबिक, तलाशी के दौरान बदमाशों के कब्जे से हथियार एवं गोलाबारूद बरामद किए गए। वहीं, मुठभेड़ के दौरान थाना कोतवाली उरई के प्रभारी निरीक्षक शिव कुमार राठौर भी घायल हो गए, जिन्हें तत्काल उपचार के लिए उरई के चिकित्सालय भिजवाया गया। गौरतलब है कि जालौन जिले के उरई क्षेत्र में अपराधी होने के संदेह में मोटरसाइकिल सवारों का पीछा करने वाले सिपाही भेदजीत सिंह की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी।
पुलिस अधीक्षक (एसपी) ईराज राजा ने बताया था कि उरई कोतवाली क्षेत्र में कानपुर-झांसी राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित एक पुलिस चौकी में तैनात सिपाही भेद जीत सिंह ने 9-10 मई की देर रात्रि लगभग दो बजे दो मोटरसाइकिल सवारों को अपराधी होने के संदेह पर रोकने की कोशिश की थी। राजा के मुताबिक, मोटरसाइकिल सवारों के नहीं रुकने पर सिपाही ने उनका पीछा किया। उन्होंने बताया कि इस पर बदमाशों ने सिपाही पर ताबड़तोड़ गोलियां चलाईं, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।