प्रचंड गर्मी की तपिश से झुलस रहे उत्तर प्रदेश में चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर 17 जून से देखने को मिल सकता है हालांकि आने वाले चार पांच दिनो में तापलहरी से निजात मिलने के कोई आसार नहीं है। मौसम आंचलिक केन्द्र के निदेशक मोहम्मद दानिश ने बुधवार को बताया कि चक्रवाती तूफान बिपरजॉय का असर यूपी के मैदानी इलाकों में 17 से दिखना शुरू हो जाएगा। इस दौरान तेज रफ्तार हवायें चलने और हल्की बूंदाबांदी के आसार है। 18 जून को दक्षिण पश्चिम क्षेत्रों में आंधी और तेज बारिश का अनुमान है।
उन्होंने बताया कि पिछले 24 घंटे में राज्य के अधिसंख्य इलाकों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक दर्ज किया गया है। झांसी राज्य का सबसे गर्म इलाका रहा जहां अधिकतम तापमान 45.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया, जबकि प्रयागराज में दिन का तापमान 45.4 डिग्री, फतेहपुर में 44.2, हमीरपुर में 44.5 डिग्री, आगरा में 44.5 डिग्री, बांदा में 43.8 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। राजधानी लखनऊ में दिन का तापमान 42.5 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। दानिश ने बताया कि इस दौरान न्यूनतम तापमान में हल्की बढ़ोत्तरी देखी गई हालांकि नजीबाबाद में राज्य में सबसे कम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। लखनऊ में न्यूनतम तापमान 31.5 डिग्री सेल्सियस रहा। उन्होंने बताया कि कानपुर, लखनऊ और झांसी समेत राज्य के अधिसंख्य इलाकों में न्यूनतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस के ऊपर रिकॉर्ड किया गया है।
पिछले 24 घंटे मे कानपुर देहात और संत रविदास नगर में छिटपुट बारिश हुयी। उन्होने कहा कि अगले 24 घंटे में अधिकतम और न्यूनतम तापमान मे कोई खास फेरबदल की संभावना नहीं है हालांकि 16 जून से कई इलाकों में आंधी और बूंदाबांदी से तापमान में हल्की गिरावट देखी जा सकती है। अगले 24 घंटे में पश्चिम क्षेत्र के तराई इलाकों में हल्की फुल्की बारिश की संभावना है। गुजरात के रास्ते प्रवेश करने वाले साइक्लोन का असर प्रदेश में 16 जून से दिखना शुरू होगा। इस दौरान तेज रफ्तार आंधी और बारिश का अनुमान है।