कानपुर में घंटाघर चौराहे से टाटमिल की तरफ जाने वाली एक ई-बस ने रविवार रात आधा दर्जन वाहनों में टक्कर मारते हुए 15 लोगों को चपेट में ले लिया था। इसमें छह लोगों की मौत हो गई थी। घायलों में कई की हालत गंभीर है। हादसे में मोहम्मद अरसलान, सुनील उर्फ ट्विंकल सोनकर, शुभम सोनकर, रमेश कुमार यादव, अजीत कुमार और कैलाश की मौत हो गई थी।
कानपुर में छह जिंदगियों को खत्म करने वाले ई-बस चालक सतेंद्र सिंह यादव से पुलिस ने कई घंटे पूछताछ की। मंगलवार सुबह जेल जाने से पहले उसने कहा कि मैंने शराब पी रखी थी। कुछ लोगों ने मुझे पीटा था। इसलिए मेरे भीतर गुस्सा भर गया। गुस्से में ही बस चलाता रहा और रौंदकर निकल गया। मुझे समझ ही नहीं आया कि हो क्या रहा। आखिर में जब बस टकराकर रुकी तब समझ आया कि बहुत लोग कुचल गए हैं। इसलिए वहां से भाग गया।
दरअसल, सतेंद्र जब यात्रियों को लेकर रामादेवी से घंटाघर की तरफ रवाना हुआ था तभी वह भयंकर नशे में था। जब गलत तरीके से रफ्तार में बस चलाई तो यात्री उतर गए थे। इसी दौरान कुछ लोगों ने उसका पीछा कर बस रुकवाई और उसे पीटा था। जिसका वीडियो वायरल हुआ था। घटना के दस-पंद्रह मिनट बाद ही सतेंद्र ने बेकाबू बस से हादसा कर दिया।