रोज मोदी का अपमान करते हैं, देश में बने ”ठगबंधन” के नेता : केशव प्रसाद मौर्य

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बदायूं/ बरेली। उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन का मजाक उड़ाते हुए आरोप लगाया कि देश में जो ‘ठगबंधन’ (गठबंधन) बना है उसके नेता रोज (प्रधानमंत्री नरेन्द्र) मोदी जी का अपमान करते हैं। उन्होंने समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश जी, आप कभी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नहीं बन सकते जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा के मोहन यादव बन सकते हैं। वहीं, बरेली में मौर्य ने सपा प्रमुख के पीडीए (पिछड़ा, दलित, अल्पसंख्यक) की नई परिभाषा देते हुए कहा कि अखिलेश यादव का जो पीडीए है वो ‘परिवार, डेवलपमेंट, अथॉरिटी’ है। मौर्य ने बदायूं के बिल्सी कस्बे में सम्राट अशोक की प्रतिमा का अनावरण करने के बाद आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि देश और प्रदेश में आज मोदी (प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी) जी की गारंटी चलती है।

इस दौरान उप मुख्यमंत्री ने जिले के लिए 19.5 करोड़ रुपये की योजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। उन्होंने कहा, ”आज विपक्ष के लोग़ उपराष्ट्रपति का अपमान करते हैं। इतना ही नही, देश में यह जो ठगबंधन बना है इसके नेता हर रोज देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी का अपमान करते हैं। उन्होने दावा किया, अखिलेश जी, अब कभी आप उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री नही बन सकते हैं, जबकि मध्य प्रदेश में भाजपा के मोहन यादव मुख्यमंत्री बन सकते हैं। उन्होंने कहा, राम मन्दिर किसी एक क़ा नही पूरे राष्ट्र का मन्दिर है, जिसको लेकर किसी ने एक रुपया तो किसी ने हजारों रुपये का योगदान दिया है। आज राम मन्दिर राष्ट्र मन्दिर है। सभा के बाद पत्रकारों से बातचीत में एक सवाल के जवाब में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट तय करेगा किसे बुलाना चाहिए या नहीं, लेकिन इतना जरूर है कि भाजपा राम, कृष्ण एवं शिव भक्तों पर फूल बरसाती है।

बरेली पहुंचे केशव प्रसाद मौर्य ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा, अखिलेश यादव का जो पीडीए है वह ‘परिवार, डेवलपमेंट, अथॉरिटी’ है। वह परिवार से ज्यादा सोच नहीं सकते हैं और सत्ता के बिना वैसे ही बैचेन है जैसे बिन पानी के मछली होती है। मौर्य ने बरेली सर्किट हाउस में दावा किया कि 2024 (लोकसभा चुनाव) में भाजपा की सुनामी आयेगी और अबकी 400 से अधिक सीट भाजपा जीतेगी। मौर्य ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि 22 जनवरी को अयोध्या न आएं। जिन लोगों को निमंत्रण भेजा गया है, सिर्फ वही लोग अयोध्या आएं। उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को बहुत ज्यादा भीड़ होगी, जिस वजह से लोग एक दो दिन बाद अयोध्या में रामलला के दर्शन के लिए आएं। अयोध्या में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।

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